बादल फटने के बाद चार दिन से सिक्किम में फंसे 400 से ज्यादा पर्यटकों सुरक्षित निकाले गए
सिक्किम में भारी बारिश के चलते लगभग 400 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए थे। फिलहाल उन्हें वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
गुहवाटी,एजेंसी। उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश के बाद लगभग 400 से अधिक पर्यटकों को गुरुवार को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। दरअसल, भारी बारिश के कारण सड़कों को हुए नुकसान के बाद काफी यात्री यहां फंसे हुए थे। जिला प्रशासन ने उत्तरी सिक्किम से 130 किलोमीटर दूर राज्य की राजधानी गंगटोक जाने के लिए सभी 427 पर्यटकों के लिए वाहनों की व्यवस्था की।
सेना और निजी टैक्सी ऑपरेटरों ने फंसे हुए पर्यटकों को एक उंचे क्षेत्र में लाने के लिए चुंगथांग के लिए कुछ वाहनों को भेजा, जहां से पर्ययकों को राज्य बसों द्वारा गंगटोक ले जाया गया। इसके बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि गंगटोक भेजे जाने से पहले पर्यटकों को नाश्ता भी दिया गया था। फिलहाल, बादल फटने के बाद तीस्ता नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
उत्तरी सिक्किम के जिला आयुक्त ने कहा कि जिन पर्यटकों को चिकित्सा की जरुरत है उन्हें डॉक्टरों द्वारा चेक किया जाएगा। समाचार एजेंसी के अनुसार, सिक्किम के ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ने यात्रियों को मुफ्त भोजन दिया और लाचेन में रखा गया। साथ ही सेना की गोरखा रेजिमेंट और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने मिशन में प्रशासन की मदद की। जानकारी के लिए बता दें कि बादल फटने के कुछ घंटों बाद भारी बारिश के कारण उत्तरी सिक्किम में लाचेन और जेमा के बीच कुछ 60 पर्यटकों के वाहन फंसे हुए थे।
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