एक साल में टीकाकरण का आंकड़ा 156 करोड़ डोज के पार, कोविशील्ड व कोवैक्सीन के साथ शुरू हुआ था अभियान
साल 2021 के जनवरी में कोरोना महामारी से बचाव के लिए देश भर में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी। साल के 365 दिन में औसतन प्रतिदिन 42.94 लाख डोज लगाई गईं। अब तक 65 करोड़ 44 लाख से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण किया गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान के एक साल पूरे हो रहे हैं। पिछले साल 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था। तब से लेकर अब तक 156.75 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी हैं यानी प्रतिदिन औसतन 42.95 लाख डोज लगाई गईं। इस मैराथन अभियान का पहला चरण स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण से शुरू हुआ था आज इसके दायरे में 15 से 18 वर्ष के किशोर भी आ गए हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के साथ यह अभियान शुरू हुआ था। कोरोना महामारी की पहली लहर के बाद देश राहत की सांस ले रहा था। टीके से बचाव की उम्मीद बढ़ी थी कि अचानक डेल्टा के रूप में एक नए वैरिएंट ने ऐसी तबाही मचाई की लोग हैरान और परेशान रह गए। हालांकि, तभी टीके ने बचाव किया था और जिन लोगों को इसकी एक डोज भी लग गई थी उन्हें महामारी से बेहतर सुरक्षा मिली।
टीकाकरण जब शुरू हुआ था तब यह इतनी बड़ी आबादी को टीका लगाना एक दुरुह काम लग रहा था। एक साल बाद आबादी के एक बहुत बड़े हिस्से को टीके की सुरक्षा कवच के दायरे में ला दिया गया है। 90.89 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी हैं। 65.44 करोड़ से अधिक लोगों को दोनों डोज दे दी गई हैं यानी उनका पूर्ण टीकाकरण हो गया है। 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के 3.37 करोड़ किशोरों को पहली डोज लगाई जा चुकी है और उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने के पहले पखवाड़े तक इस आयुवर्ग के सभी 7.5 करोड़ पात्र किशोरों को पहली डोज दे दी जाएगी। 41.83 लाख लोगों को सतर्कता डोज भी लगा दी गई हैं।
कोरोना महामारी से जल्द मिलेगी मुक्ति : विशेषज्ञ
अमेरिका की एक जानी मानी विज्ञानी और वायरोलाजिस्ट डा. कुतुब महमूद ने कोरोना रोधी वैक्सीन की 156 करोड़ से अधिक डोज लगाने वाले भारत की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण सबसे मजबूत हथियार है। डा. कुतुब ने एएनआइ से बातचीत में कहा कि परिस्थितियां हमेशा ऐसी ही नहीं बनी रहेंगी। जल्द ही इनका अंत होगा। इस खेल में कोई विजेता नहीं होगा। डा. कुतुब ने एक साल के भीतर 60 प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए भारत की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत के टीका उत्पादकों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। एक साल पहले तक वैक्सीन की मंजूरी की प्रक्रिया चल रह थी और आज भारत इस स्थिति में पहुंच गया है। उन्होंने इस बात से भी इन्कार नहीं किया कि आने वाले दिनों में कोई नया वैरिएंट नहीं आएगा। साथ ही यह भी कहा कि कोई भी वैरिएंट आता है तो टीका ही बचाएगा।