देश में इस साल रोपे जाएंगे 121 करोड़ से ज्यादा पौधे
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने राज्यों को ये लक्ष्य ऐसे समय दिए हैं जब जलवायु परिवर्तन से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए पूरी दुनिया में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पर जोर दिया जा र
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए देश में इस साल 121 करोड़ से ज्यादा पौधे रोपे जाएंगे। केंद्र सरकार ने इसे लेकर राज्यों को लक्ष्य दिए हैं। फिलहाल इसके तहत तेलंगाना को सबसे बड़ा लक्ष्य दिया गया है, जहां चालू वित्त वर्ष यानी 2019-20 में 27 करोड़ से ज्यादा पौधे रोपे जाएंगे।
जबकि उत्तर प्रदेश को करीब साढ़े सात करोड़, बिहार को करीब डेढ़ करोड़ और झारखंड को 70 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य दिया गया है। इसके तहत 18 लाख हेक्टेयर से ज्यादा भूमि पर यह पौधरोपण किया जाएगा। इनमें काफी हिस्सा वन क्षेत्र से जुड़ा है।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने राज्यों को ये लक्ष्य ऐसे समय दिए हैं, जब जलवायु परिवर्तन से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए पूरी दुनिया में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पर जोर दिया जा रहा है। देश में भी वन क्षेत्र को बढ़ाने का अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। इसके तहत खाली वन भूमि पर नए सिरे से जंगल उगाने की तैयारी है।
पौध रोपण को बढ़ावा देने में जुटी सरकार की इस पहल का असर भी दिखा है। इसके चलते पिछले कुछ सालों में देश में वन क्षेत्र में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि मध्य प्रदेश सहित कई ऐसे राज्य भी हैं, जहां पौधरोपण की मुहिम के बाद भी वन क्षेत्र में गिरावट दर्ज हुई है।
बांस, औषधीय पौधों के साथ देशज प्रजातियों का होगा रोपण
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने राज्यों को पौध रोपण के लक्ष्य के साथ ही रोपे जाने वाले पौधों की भी जानकारी साझा की है। इसके तहत बांस और औषधीय पौधों के साथ राज्यों से अपनी देशज (स्थानीय) प्रजातियों के पौधों की रोपाई के निर्देश दिए है। इन पौधों का रोपण खाली पड़ी वनभूमि के साथ खेत और मेड़ों पर भी करने का सुझाव दिया गया है।
दिल्ली में भी रोपे जाएंगे दस लाख पौधे
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इस दौरान दिल्ली को भी पौधरोपण का लक्ष्य दिया है। इसके तहत वर्ष 2019-20 में दिल्ली में दस लाख पौधे रोपे जाएंगे। पिछले कुछ सालों में दिल्ली की आबोहवा जिस तरह से खराब हुई है, उसमें ज्यादा से ज्यादा पौधों की रोपाई ही एक सुरक्षित विकल्प है।
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