फेसबुक और यू-ट्यूब पर अब ज्यादा भारतीय छिपाने लगे असली पहचान, इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा
इंटरनेट मीडिया पर अब ज्यादा भारतीय अपनी असली पहचान छिपाने लगे हैं। असली नाम फोटो तथा व्यक्तिगत पहचान सूचना (पीआइआइ) न सिर्फ अभिव्यक्ति की आजादी के लिए छिपा रहे हैं बल्कि दुर्भावनापूर्ण और नुकसानदेह गतिविधियों में भी शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। इंटरनेट मीडिया पर अब ज्यादा भारतीय अपनी असली पहचान छिपाने लगे हैं। असली नाम, फोटो तथा व्यक्तिगत पहचान सूचना (पीआइआइ) न सिर्फ अभिव्यक्ति की आजादी के लिए छिपा रहे हैं, बल्कि दुर्भावनापूर्ण और नुकसानदेह गतिविधियों में भी शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं। एक वैश्विक साइबर सिक्युरिटी कंपनी कासपर्सकी की शनिवार को आई एक नई रिपोर्ट में इस बाबत आगाह करते हुए कहा गया है कि फेसबुक पर 76 फीसद, यू-ट्यूब पर 60 फीसद, इंस्टाग्राम पर 47 फीसद तथा ट्विटर पर 28 फीसद भारतीय अपनी पहचान छिपाना चाहते हैं। यह रिपोर्ट काफी हैरान करने वाली है।
48 राज्यों ने एक साथ इंटरनेट मीडिया की दिग्गज कंपनी पर फेसबुक पर मुकदमा दर्ज
अमेरिका की सरकार और उसके 48 राज्यों ने एक साथ इंटरनेट मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक पर मुकदमे दर्ज किए हैं। फेसबुक पर एकाधिकार स्थापित करने और छोटी-छोटी कंपनियों को अपनी गलत नीतियों से समाप्त करने के गंभीर आरोप हैं। अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) और 48 राज्यों के अटार्नी जनरल की जांच शुरू होते ही स्टॉक एक्सचेंज में फेसबुक के शेयर धड़ाम से गिर पड़े।
न्यूयॉर्क की अटार्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने कहा है कि फेसबुक ने एकाधिकार बनाने के लिए सोची समझी रणनीति पर काम किया है। पहले उसने तेजी से उभर रहे अपने प्रतिद्वंद्वी इंस्टाग्राम को 2012 में खरीद लिया। उसके बाद जब वाट्सएप मैसेंजिंग एप तेजी से उसके सामने आया तो उसका भी अधिग्रहण 2014 में कर लिया। इसके बाद फेसबुक ने सॉफ्टवेयर डवलप करने वाली कंपनियों के सामने प्रतिस्पर्धा अवरोध करने वाली शर्तें लगाना शुरू कर दियाा है।