पीएम मोदी के भाषण से गायब हुआ 'मित्रों' शब्द, टि्वटर यूजर्स हुए निराश
पूरे भाषण में लोग 'मित्रों' सुनने के तरसते रहे लेकिन ऐसा नही हो पाया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए साल की पूर्व संध्या पर देशवासियों को संबोधित किया लेकिन भाषण के दौरान उन्होंने एक बार भी मित्रों शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। मोदी के संबोधन के बाद सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाएं आने लगी और टि्वटर #ModiSpeech और Mitron ट्रेंड कर रहा है।
मोदी ने मित्रों की बजाए 'साथियों', 'दोस्तों' और 'देशवासियों' कहकर संबोधित किया। पूरे भाषण में लोग 'मित्रों' सुनने के तरसते रहे लेकिन ऐसा नही हो पाया। ट्विटर पर यूजर्स से मित्रों शब्द ना बोले जाने पर निराशा भी जाहिर की।एक ट्विटर यूजर रमेश श्रीवातस्व ने लिखा 'उन्होंने एक भी बार 'मित्रों' का यूज नहीं किया? मोदी ने राष्ट्र को 'अनफ्रेंड' का दिया है।'
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वहीं किसी ने यह तक कहा '10 मिनट हो गए, नरेंद्र मोदी ने मित्रों नहीं का। लोग आज नशा ही नहीं कर रहे हैं।'यूजर अमेना ने ट्वीट किया 'अब हमें यह मत कहना कि वह मित्रों को दोस्तों से रिप्लेस कर रहे हैं। पहले उन्होंने हमारे नोट लिए और अब वह हमारा प्यारा 'मित्रों' ले रहे हैं।'
एक यूजर ने तो यह तक कहा 'नरेंद्र मोदी ने एक भी बार मित्रों शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। राष्ट्र के करोड़ो लोगों के साथ Demitronisation है यह तो।'मित्रों शब्द को लेकर लोगों में इतना उत्साह था कि शहरों के पब्स ने तो डिस्काउंट एल्कोहल भी सर्व करने का प्लान किया था। यह कहा गया था कि मोदी जब भी 'मित्रों' कहेंगे तो शॉट्स मिलेंगे।
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साभार नई दुनिया