मोदी सरकार ने रखा एक लाख महिला उद्यमी बनाने का लक्ष्य
महिला दिवस के मौके पर इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार को कॉमन सर्विस सेंटर की महिला उद्यमियों की एक कार्यशाला का आयोजन किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सरकार कॉमन सर्विस सेंटर के तहत महिला ग्रामीण उद्यमियों की संख्या को एक लाख से अधिक करना चाहती है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार का उद्देश्य डिजिटल इंडिया के निर्माण में महिलाओं को आगे रखना है।
महिला दिवस के मौके पर इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार को कॉमन सर्विस सेंटर की महिला उद्यमियों की एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना प्रसारण व टेक्सटाइल मंत्री स्मृति ईरानी भी उपस्थित थीं। 'स्त्री स्वाभिमान' के नाम से आयोजित इस कार्यशाला में ग्रामीण स्तर की महिला उद्यमियों के कामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
स्वच्छता और हाइजीन से संबंधित कार्यक्षेत्र में महिला उद्यमियों द्वारा किये जा रहे कामों का उल्लेख करते हुए प्रसाद ने कहा कि कई उद्यमियों ने सेनेटरी नेपकिन बनाने की इकाइयां भी लगाई हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में ऐसी महिला उद्यमियों की संख्या 47000 है। उन्होंने कहा कि वो इस संख्या को एक लाख से ऊपर ले जाना चाहते हैं।
इस अवसर पर स्मृति ईरानी ने कहा कि महिला उद्यमी गवर्नेस की पहला चरण हैं। पिछले तीन साल में 16 करोड़ से अधिक महिलाओं ने जनधन योजना के तहत बैंक खाता खोला है। उनका मानना है कि हर दिन महिला दिवस है। ग्रामीण भारत में रहने वाली महिलाओं का सशक्तीकरण सरकार का प्रमुख प्रयास है।
होंडा के साथ 10000 से अधिक महिलाओं ने ली सड़क सुरक्षा की शपथ
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर होंडा मोटरसाइकिल एंड इंडिया ने गुरुवार को सड़क सुरक्षा से जुड़ा एक विशेष अभियान चलाया। इसके तहत देश के 12 शहरों में महिलाओं को 'हेल्मेट ऑन लाइफ ऑन' की शपथ दिलायी गई। इस अवसर पर देश भर में करीब 10000 महिलाओं ने शपथ ली। एचएमएसआइ के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सेल्स एंड मार्केटिंग यदविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा कि एक लाख से अधिक महिलाएं होंडा के 13 ट्रैफिक पार्को में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं।