दस लाख छात्रों को 6600 करोड़ रुपये का तोहफा कैबिनेट का फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की आर्थिक मामलों संबंधी समिति ने बुधवार को इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी। कैबिनेट ने इस योजना में कई बदलाव भी किए हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। युवाओं को पढ़ाई के लिए आसानी से लोन मुहैया कराने को सरकार ने 'क्रेडिट गारंटी फंड फॉर एजुकेशन लोन स्कीम' और 'ब्याज सब्सिडी योजना' को जारी रखने का फैसला किया है। केंद्र के इस फैसले से यह योजना 2020 तक चलेगी और इससे 10 लाख युवाओं को लोन मिल सकेगा। सरकार इस पर भारी भरकम 6600 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की आर्थिक मामलों संबंधी समिति ने बुधवार को इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी। कैबिनेट ने इस योजना में कई बदलाव भी किए हैं। नए प्रावधानों के अनुसार छात्र 7.5 लाख रुपये तक का लोन ले सकेंगे। साथ ही लोन चुकाने की शुरुआत कोर्स की अवधि पूरी होने के एक साल बाद होगी।
उल्लेखनीय है कि यह योजना 2009 से चल रही है। उस समय इसमें प्रति वर्ष 2.78 लाख रुपये का एजुकेशन लोन दिया जाता था जो बढ़कर 3.3 लाख रुपये हुआ। सरकार ने सबको गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की अपनी नीति के तहत इस योजना में बदलाव को मंजूरी दी है।
ब्याज सब्सिडी योजना के तहत अब तक 25.10 लाख छात्रों को 9408 करोड़ रुपये का लोन मुहैया कराया जा चुका है। इस योजना के तहत अधिसूचित बैंकों से ऋण लेने पर ब्याज सब्सिडी मुहैया करायी जाती है। हालांकि इसके लिए जरूरी यह है कि छात्र के माता पिता की वार्षिक आय साढ़े चार लाख रुपये हो।