देश के सभी 117 अति पिछड़े जिलों में खुलेंगे मॉडल डिग्री कालेज
पहले चरण में 60 जिलों में काम भी शुरू हो गया है। इन जिलों का चयन नीति आयोग ने किया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। विकास की दौड़ में अति पिछड़े 117 जिलों को संवारने में जुटी सरकार अब इन्हें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी मजबूती देगी। इसके तहत इन जिलों में एक-एक मॉडल डिग्री कालेज खोला जाएगा। पहले चरण में 60 जिलों में काम भी शुरू हो गया है। इन जिलों का चयन नीति आयोग ने किया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक चयनित जिलों में मॉडल डिग्री कालेजों की स्थापना राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत किया जाएगा। इसके तहत कालेजों के निर्माण का पूरा पैसा केंद्र सरकार देगी, जबकि राज्य सरकार को इसके लिए जमीन उपलब्ध करानी होगी। योजना के तहत सभी राज्यो से इन जिलों में कालेज के लिए जमीन चिन्हित करने और प्रस्ताव देने को कहा गया है। करीब साठ जिलों से प्रस्ताव मिलने के बाद अगले चरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। इन जिलों में अगले साल तक कालेजों के निर्माण का काम शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया है।
सरकार का मानना है कि देश में उच्च शिक्षा का स्तर काफी कम है। एक अनुमान के मुताबिक हाईस्कूल में पढ़ने वाले सिर्फ 17 फीसद छात्र ही उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाते हैं। इसका एक बड़ा कारण आसपास उच्च शिक्षण संस्थाएं नहीं होना है। इन अति पिछड़े जिलों में स्थिति और भी खराब है।