जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे पर कुछ वर्गो में गलत धारणा: महबूबा मुफ्ती
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि राज्य को हिंसा और अनिश्चितता के चक्र से बाहर लाने का एकमात्र तरीका संवाद है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कहा कि राज्य को हिंसा और अनिश्चितता के चक्र से बाहर लाने का एकमात्र तरीका संवाद है। महबूबा ने उम्मीद जताई कि केंद्र द्वारा वार्ताकार की नियुक्ति राज्य में आगे बढ़ने के लिए एक अनुकूल माहौल बनाने में मदद करेगी। अनुच्छेद 370 को राज्य और शेष देश के बीच विश्वास का पुल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए देश की एक ऐतिहासिक प्रतिबद्धता है। हालांकि उन्होंने राज्य की विशेष स्थिति के बारे में देश के कुछ वर्गों के बीच गलत धारणा पर खेद व्यक्त किया।
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वार्ताकार नियुक्त करने का स्वागत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पहली बार इस तरह की पहल को उच्चतम स्तर पर उचित रूप से तैयार किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि दिनेश्वर शर्मा इस प्रक्रिया को ठोस निष्कर्ष पर आगे बढ़ा पाएंगे। उन्होंने कहा कि संवाद प्रक्रिया में उन सभी लोगों को शामिल करना अधिक महत्वपूर्ण है, जिनके राज्य के बारे में विचार हमसे अलग हैं। इसी तरह, भारत और पाकिस्तान दोनों को संवाद से सभी मतभेदों को हल करना सीखना होगा।
उन्होंने भाजपा के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता के पास इतिहास बदलने के लिए जनादेश और साहस है।
राज्य की स्थिति में सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष से राज्य में स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने सुरक्षा संगठनों को स्थानीय उग्रवादियों की हत्या के बजाय मुख्यधारा में वापसी के लिए प्रयास का निर्देश दिया।