लाल सलाम बोलने वाले नहीं हैं आंबेडकरवादी, दलित नेता बनने के लिए बोलना होगा जय भीम
रामदास आठवले ने कहा लाल सलाम बोलने वाले आंबेडकरवादी नहीं हो सकते हैं। वह दलितों के नेता भी नहीं हो सकते हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। महाराष्ट्र के कोरेगांव हिंसा के बाद से विवादों में घिरे गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि लाल सलाम बोलने वाले आंबेडकरवादी नहीं हो सकते हैं। वह दलितों के नेता भी नहीं हो सकते हैं। यदि जिग्नेश को सही अर्थो में दलितों का नेता बनना है तो उन्हें जय भीम बोलना होगा।
केंद्रीय मंत्री आठवले बुधवार को 'जागरण' से बातचीत करते हुए कहा कि बाबा साहब ने हिंसा की जगह शांति का मार्ग अपनाया। वह समाज में समानता लाने के लिए जीवन भर प्रयासरत रहे। उन्होंने कहा कि जिग्नेश यदि दलितों के नेता बनना चाहते हैं तो यह अच्छी बात है, लेकिन उन्हें समाज को तोड़ने नहीं जोड़ने की बात करनी चाहिए।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिग्नेश को लेकर कोई क्लीन चिट पहले भी नहीं दी थी। सिर्फ इतना कहा था कि जिग्नेश ने भड़काऊ भाषण दिया था, लेकिन हिंसा के पीछे उनका कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर सवर्ण और दलितों को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। सवर्ण समाज को दलित विरोधी बताना गलत है। कुछ लोग जरूरत गलत हो सकते है, लेकिन सभी को गलत कहना ठीक नहीं है। दलित उत्पीड़न को लेकर हो रही राजनीति के सवाल पर आठवले ने कहा कि राजनीतिक दलों से इसे जोड़ना गलत है। कांग्रेस, बसपा, भाजपा और सपा सभी सरकारों ने दलितों का उत्पीड़न हुआ है। सरकारों को राजनीति करने से दूर इसे खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए।
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