करोड़पतियों के देश छोड़ने से सरकार चिंतित, 2014 से अब तक 23 हजार करोड़पति देश छोड़ चुके
करोड़पतियों के देश छोड़ने से सरकार चिंतित टैक्स की मार सीबीडीटी ने अत्यधिक अमीर तबके पर टैक्स का बोझ समझने के लिए बनाई 5 सदस्यों की टीम
नई दिल्ली (एजेंसी)। इन दिनों सरकार को एक नई तरह की चिंता सता रही है। करोड़पति लगातार देश छोड़ रहे हैं और सरकार इसकी वजह तलाशने में जुटी हुई है, ताकि इस समस्या का हल निकाला जा सके। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने अत्यधिक अमीर तबके (एचएनआई) पर पड़ रहे टैक्स के बोझ को समझने के लिए 5 सदस्यों की एक टीम बनाई है, जिसकी बैठक शुक्रवार को होने वाली है।
इस बैठक में वे कारण खंगाले जाएंगे, जिनके चलते करोड़पतियों को देश छोड़ना पड़ रहा है। इसके बाद इनके निराकरण के रास्ते निकाले जाएंगे। हालांकि अमीर तबके का ऐसे देशों का रख करना, जहां टैक्स या तो लगता ही नहीं या फिर बहुत कम लगता है (टैक्स हैवेन) कोई नई बात नहीं है। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों से यह चलन जोर पकड़ने लगा है। इससे देश का बहुत सारा पैसा बाहर जा रहा है, जिसे सरकार रोकना चाहती है।
23 हजार का पलायन
पिछले दिनों एक मीडिया हाउस के खास आयोजन में मॉर्गन स्टैनली के रचिर शर्मा ने कहा था कि 2014 से लेकर अब तक 23 हजार करोड़पति भारत छोड़कर दूसरे देश जा चुके हैं, जो चिंता का विषय है। दिक्कत यह है कि तेज आर्थिक विकास के लिए देश के अंदर विदेशी निवेश के साथ ही अपने लोगों का निवेश भी जरूरी है।