पुछताछ में आतंकी ने किया खुलासा, सुरक्षाबलों के शिविर थे निशाने पर
अब्दुल रहमान को सरहद पार स्थित उसके आकाओं ने बारामुला में जैश का नेटवर्क तैयार करने का जिम्मा सौंपा था। वह कुछ स्थानीय युवकों को अपने साथ जोड़ने में कामयाब भी रहा।
श्रीनगर। बारामुला से पकड़े गए आत्मघाती आतंकी अब्दुल रहमान ने जैश-ए-मुहम्मद के गुलाम कश्मीर के बालाकोट में चल रहे कैंप में जेहादी ट्रेनिंग ली थी। गहन पूछताछ में उसने बताया कि कैंप में मसूद अजहर का भाई और पाकिस्तानी सेना व आइएसआइ के अधिकारी भी आते थे। आकाओं ने सीमा पार कश्मीर में सुरक्षाबलों के शिविरों को निशाना बनाने के हुक्म दिए थे। उनकी योजना आने वाले दिनों में हमले तेज करने की थी जिसकी वे तैयारी कर रहे थे। सुरक्षाबलों को अब्दुल रहमान के ठिकाने से एक एसाल्ट राइफल, चार ग्रेनेड और एक वायरलेस सेट भी मिला है।
मच्छल सेक्टर के रास्ते आया था
अब्दुल रहमान इसी साल जनवरी माह के अंत में गुलाम कश्मीर से उत्तरी कश्मीर में दाखिल हुआ था। वह छह आतंकी थे। रहमान व उसके साथी दो-दो के गुट में बंट गए। फिर वह स्थानीय गाइडों की मदद से वादी के अंदरुनी इलाकों में पहुंचे।
बारामुला में बनाना था बेस
अब्दुल रहमान को सरहद पार स्थित उसके आकाओं ने बारामुला में जैश का नेटवर्क तैयार करने का जिम्मा सौंपा था। वह कुछ स्थानीय युवकों को अपने साथ जोड़ने में कामयाब भी रहा। उसके नेटवर्क में सिर्फ बारामुला में ही नहीं, बल्कि कुपवाड़ा, हंदवाड़ा के भी कई लड़के शामिल हैं।
जारी है छापेमारी
आतंकी अब्दुल रहमान से मिले सुरागों के आधार पर पुलिस ने बारामुला, कुपवाड़ा, लोलाब में सक्रिय उसके स्थानीय साथियों के अलावा कुछ विदेशी आतंकियों को पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान छेड़ दिया है। देर रात गए तक रहमान के अन्य साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस की छापेमारी जारी थी।
पढ़ें- बारामुला में पकड़ा गया जैश का आतंकी, मिला भारतीय आधार कार्ड