Agneepath Scheme: गृह मंत्रालय का बड़ा एलान, अग्निवीरों को 4 साल बाद CAPF और असम राइफल्स में भर्ती में मिलेगी प्राथमिकता
Agnipath Scheme गृह मंत्रालय ने मंगलवार को बड़ा एलान किया। ऐसे अग्निवीर जो अग्निपथ योजना में चार साल पूरे कर लेंगे उन्हें असम राइफल्स और सीएपीएफ में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। गृह मंत्रालय के कार्यालय ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को बड़ा एलान किया। गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दूरदर्शी और स्वागत योग्य निर्णय है। इसलिए इस योजना में चार साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को सीएपीएफ और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।
#AgnipathScheme | Ministry of Home Affairs (MHA) has decided to give priority to Agniveers, who successfully complete their 4 years of service, in getting recruitment to Central Armed Police Forces (CAPF) and Assam Rifles: HMO pic.twitter.com/iqTFv8W3Su
— ANI (@ANI) June 15, 2022
14 जून को हुआ अग्निपथ योजना का एलान
अग्निपथ योजना का एलान 14 जून 2022 मंगलार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख ने साझा प्रेस कान्फ्रेंस में किया। इस योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं को भर्ती किया जाएगा। जब वे नौकरी से मुक्त होंगे तो उन्हें सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले वीरों को अग्निवीर कहा जाएगा।
चार साल बाद 80 प्रतिशत सैनिक होंगे कार्यमुक्त
अग्निपथ योजना रक्षा बलों का खर्च और उम्र घटाने के सरकार के प्रयासों का हिस्सा है। इस योजना के तहत चार साल बाद 80 प्रतिशत सैनिकों को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा। उनके लिए रोजगार के अवसर मुहैया कराने में सेना उनकी मदद करेगी। बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अग्निपथ योजना के बारे में दो सप्ताह पहले ही जानकारी दे दी गई थी।
तीनों सेनाओं में इन पदों पर होगी भर्ती
अग्निपथ योजना के तहत थल सेना में सोल्जर रैंक, नौसेना में नौसैनिक या सोलर रैंक पर और वायु सेना में वायु सैनिक यानि एयरमैन रैंक पर भर्ती करने का प्रस्ताव है। अग्निपथ योजना के लिए उम्र साढ़े 17 साल से 21 साल तक होनी चाहिए। इस योजना के तहत 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद अग्निवारों को देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात किया जाएगा।
शहीद होने पर परिजनों को मिलेगी एक करोड़ की राशि
अगर कोई अग्निवीर देश की सेवा करते हुए शहीद हो जाता है तो उनके परिजनों को सेवा निधि समेत एक करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी। इसके अलावा, बची हुई नौकरी का वेतन भी परिजनों को दिया जाएगा।
अग्निवीरों की सैलरी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अनुसार, अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल चार लाख 76 हजार रुपये का सालाना पैकेज मिलेगी, जो चार साल में बढ़कर छह लाख 92 हजार रुपये तक पहुंच जाएगा। यानी हर महीने 50 हजार रुपये से अधिक की सैलरी होगी। वहीं, जब चार साल की नौकरी पूरी हो जाएगी तो सेवा निधि के रूप में 11.7 लाख रुपये दिए जाएंगे।