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कुंभ में भीड़ प्रबंधन के लिए रेलवे ने किए मेगा इंतजाम

उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि मेले के इंतजामों पर उत्तर-मध्य, उत्तर और उत्तर-पूर्व रेलवे समेत रेल प्रशासन ने कुल 700 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Wed, 12 Dec 2018 09:24 PM (IST)Updated: Wed, 12 Dec 2018 09:24 PM (IST)
कुंभ में भीड़ प्रबंधन के लिए रेलवे ने किए मेगा इंतजाम

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रयाग में जनवरी से आयोजित होने जा रहे कुंभ मेले के लिए रेलवे ने बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। इनके तहत जहां विभिन्न स्टेशनों पर अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया गया है, वहीं भीड़ प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए गए हैं। इतना ही नहीं, यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए रेलवे ने एक कुंभ मेला ऐप भी लांच किया है। बुधवार को रेलवे बोर्ड के सदस्य-यातायात गिरीश पिल्लई द्वारा लांच इस ऐप को हिंदी, अंग्रेजी दोनो भाषाओं में पेश किया गया होगा। इसमें ट्रेनों व सुविधाओं की जानकारी के अलावा हेल्पलाइन व सुरक्षा नंबरों के साथ-साथ टिकट बुकिंग तक की व्यवस्था है। इसे स्थानीय प्रशासन के ऐप के साथ भी जोड़ा जा रहा है।

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उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि मेले के इंतजामों पर उत्तर-मध्य, उत्तर और उत्तर-पूर्व रेलवे समेत रेल प्रशासन ने कुल 700 करोड़ रुपये की राशि खर्च की है। इसके तहत दस स्टेशनों पर विशेष कार्य किया गया है। मेला अवधि के दौरान 12 करोड़ यात्रियों के आने की उम्मीद है। इसमें छह प्रमुख स्नान होंगे।

भीड़ प्रबंधन के लिए 4 होल्डिंग क्षेत्र :

स्नान के बाद एक साथ हजारों लोग निकलते हैं। इसलिए इस बार प्रमुख स्टेशनों के पास चार होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। इनमें ढाई-ढाई हजार लोगों को रोकने के इंतजाम होंगे। मेला स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों को सीधे स्टेशन में प्रवेश करने के बजाय पहले एस्कोर्ट कर के होल्डिंग एरिया में लाया जाएगा। वहां मनोरंजन के साधनों के अलावा टायलेट आदि की व्यवस्था की गई है। स्थानीय हैंडीक्राफ्ट का एक कॉर्नर भी बनाया गया है। हर इनक्लोजर में एक डॉक्टर व आपात व्यवस्था होगी।

आना-जाना अलग-अलग :

इस बार मेले में आने वाली भीड़ को विभाजित करने की पूरी योजना है। भगदड़ रोकने के लिए स्टेशनों पर यात्रियों के एक दिशा से आने और दूसरी दिशा से जाने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन से बेहतर तालमेल बिठा लिया है, संचार माध्यमों से सम्पर्क में रहेंगे, एक दूसरे के नियंत्रण कक्ष में रहेंगे।

नए निर्माण :

कुल 39 नए निर्माण कार्यो में से 34 कार्यो का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 दिसंबर को करेंगे। बाकी कार्य 25 दिसंबर तक पूरे कर लिए जाएंगे। अनेक नए प्लेटफॉर्म, फुट ओवरब्रिज, अंडरपास बनाए या चौड़े किए गए हैं। इलाहाबाद जंक्शन में मुख्य एफओबी को जोड़ने वाला एक स्काईवॉक भी बनाया गया है। मनोरंजन, प्रकाश व्यवस्था को सुधारा गया है। अतिरिक्त शौचालयों के अलावा यात्रियों की सहायता के लिए विशेष यूनीफॉर्म पहने 'कुंभ रेल सेवक' तैनात किए जाएंगे।

सीसीटीवी कैमरे :

यात्रियों के मूवमेंट की निगरानी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा हैंड हेल्ड मशीनों से लैस 250 रेलकर्र्मी भी यात्रियों को मेला क्षेत्र में टिकट प्रदान करेंगे।

800 विशेष, 5 प्रवासी ट्रेने :

वर्ष 2013 की 550 स्पेशल ट्रेनों के मुकाबले इस बार सामान्य ट्रेनों के अतिरिक्त 800 विशेष ट्रेने चलाई जा रही हैं। इनमें चार-पांच ट्रेने प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए 24 जनवरी को चलाने की योजना है। मेला स्पेशल रेलगाडि़यों को विशेष विनायल रैपिंग से सजाया जा रहा है।

5000 अतिरिक्त रेलकर्मी :

मेले के इंतजाम संभालने के लिए पांच हजार अतिरिक्त रेलकर्मी दूसरे जोनों से बुलाए गए हैं। इनमें 2700 आरपीएफ, 1500 कामर्शियल, 400 कोचिंग तथा 200-200 सिगनल व आपरेटिंग का स्टाफ है।

दो हजार ट्रेने :

45 दिन की मेला अवधि में 800 विशेष ट्रेनों समेत दो हजार रेलगाडि़यां चलाई जाएंगी। इनके लिए रेलवे बोर्ड की ओर से 100 रेक का प्रबंध किया जा रहा है। धर्म संसद के लिए 80 रेलगाडि़यों की योजना है। कोहरे के चलते कुछ रेलगाडि़यों को निलंबित किया गया है।

अनारक्षित टिकटों की बुकिंग :

रेल मंत्रालय ने प्रयागराज क्षेत्र के 11 स्टेशनों-इलाहाबाद जंक्शन, इलाहाबाद शहर, नैनी, सुबेदारगंज, प्रयाग, प्रयागघाट, दारागंज, फाफामऊ, झूंसी, विंध्याचल, इलाहाबाद और छिवकी से अनारक्षित टिकटों की 15 दिनो की अग्रिम बुकिंग की अनुमति प्रदान की है। मेले के दौरान अनारक्षित टिकटों की बुकिंग के लिए सौ अतिरिक्त अनारक्षित टिकट काउंटर खोले जा रहे हैं।

मेला सरचार्ज समाप्त :

इस बार कुंभ से पहले रेलवे ने मेला सरचार्ज समाप्त करने का एलान किया है। पिछले कुंभ में सरचार्ज से एक वर्ष में महज पांच करोड़ रुपये आये थे।


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