20 साल बाद मैच फिक्सर संजीव चावला लाया जाएगा भारत, लंदन हाईकार्ट ने खारिज की अपील
मैच फिक्सर संजीव चावला को 20 जनवरी को लंदन से प्रत्यर्पण पर भारत लाया जाएगा। लंदन हाई कोर्ट ने चावला की अपील खारिज कर दी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। वर्ष 2000 में भारत-दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टेस्ट सीरीज में भारत की जीत सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए को मैच फिक्सिंग करने के एवज में 30 हजार डॉलर देने का ऑफर करने वाले शातिर मैच फिक्सर संजीव चावला को 20 जनवरी को लंदन से प्रत्यर्पण पर भारत लाया जाएगा। लंदन हाई कोर्ट ने चावला की अपील खारिज कर दी है।
भारत छोड़ लंदन भाग गया था चावला
टेस्ट सीरीज के तीसरे दिन भारत की जीत सुनिश्चित करने के लिए चावला ने हैंसी क्रोनिए को मैच हार जाने को कहा था। दोनों की बात लीक हो जाने पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा मुकदमा दर्ज करते ही चावला भारत छोड़ लंदन भाग गया था। भारतीय पासपोर्ट रद हो जाने पर उसने लंदन की नागरिकता ले ली। मुख्य आरोपित चावला के लंदन में होने के कारण क्राइम ब्रांच उक्त केस की तफ्तीश नहीं कर पा रही थी। 20 साल बाद इस केस की जांच अब आगे बढ़ेगी।
लंदन हाई कोर्ट में बुधवार को अंतिम सुनवाई
चावला को प्रत्यर्पण पर भारत को सौंपा जाए अथवा नहीं इस पर लंदन हाई कोर्ट में बुधवार को अंतिम सुनवाई थी। इसके लिए क्राइम ब्रांच के डीसीपी डॉ.राम गोपाल नाईक और जांच अधिकारी केशव माथुर को बीते मंगलवार को लंदन भेजा गया था। 50 वर्षीय चावला दिल्ली का बिजनेसमैन था। उन दिनों उसकी गिनती देश के टॉप क्रिक्रेट मैच फिक्सर में थी।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि चावला पहली बार 1996 में बिजनेस वीजा पर लंदन गया था। उसके बाद उसका भारत आना-जाना लगा रहा। मैच फिक्सिंग में हैंसी के साथ हर्शल गिब्स और निकी बोए समेत दक्षिण अफ्रीका के कई खिलाडि़यों के नाम आए थे। एक जून 2002 को विमान हादसे में हैंसी क्रोनिए की मौत हो गई, जिससे मैच फिक्सिंग की जांच रुक गई थी।