नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस में दूषित नॉन वेज खाने से 56 बीमार
यात्रियों के ट्वीट करने के बाद कोडरमा में जवानों के साथ चिकित्सकों का एक दल ट्रेन पहुंचा। पूरे रास्ते गोमो बोकारो मुरी टाटानगर में रोककर यात्रियों का इलाज किया जाता रहा।
रांची, [जेएनएन]। नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस (22824) के कोच संख्या बी 1,3,4,8 व 9 में करीब 56 यात्री फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। इन यात्रियों को उल्टी व दस्त की शिकायत थी। मामला गंभीर होता देख एक के बाद एक आठ लोगों ने रेल मंत्रालय में ट्वीट कर मामले की जानकारी दी। ट्वीट होते ही हड़कंप मच गया और सुबह 5.19 में कोडरमा पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम तैयार थी।
यहां इलाज के बाद बोकारो और मुरी में भी यात्रियों का इलाज किया गया। दोपहर 1.33 मिनट पर राजधानी एक्सप्रेस टाटानगर स्टेशन पहुंची। यहां भी डॉक्टरों ने यात्रियों का इलाज किया। दो बजे ट्रेन भुवनेश्वर के लिए रवाना हो गई। ट्रेन में 900 यात्रियों को भोजन सप्लाई किया गया था, जिसमें 600 को नॉन वेज (मांसाहारी) भोजन दिया गया था। 400 यात्रियों ने दूषित चिकन खाया था।
शनिवार की रात यात्रियों ने दूषित चिकेन खाया था। रविवार की सुबह कोडरमा स्टेशन के पास एक बच्चे व बी 3 में सफर कर रही विदिशा दास को सबसे पहले उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और पेट में दर्द शुरू हो गया। मौके पर डॉक्टर को बुलाया गया। चिकित्सक ने जांच के बाद दवा दी, लेकिन थोड़ी देर में कई अन्य यात्री उल्टी-दस्त की शिकायत करने लगे।
ट्रेन रुकते ही शुरू हुआ इलाज
यात्रियों के ट्वीट करने के बाद कोडरमा में जवानों के साथ चिकित्सकों का एक दल ट्रेन पहुंचा। पूरे रास्ते गोमो, बोकारो, मुरी, टाटानगर में रोककर यात्रियों का इलाज किया जाता रहा। ट्रेन के टाटानगर आने का समय सुबह 10.40 बजे है, लेकिन ट्रेन तीन घंटे की देरी से टाटानगर स्टेशन पहुंची। स्टेशन में चार चिकित्सक, दो ड्रेसर, दो फार्मासिस्ट, चार नर्स, सिविल डिफेंस के छह लोगों की टीम ने ट्रेन के रुकते ही पीड़ितों की स्वास्थ्य जांच शुरू कर दी।
दिल्ली के बेस किचन से चढ़ा था भोजन
इंडियन रेलवे कैटरिंंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने आरके होटलियर्स प्राइवेट लिमिटेड नामक एक एजेंसी को राजधानी एक्सप्रेस में भोजन सप्लाई करने का निर्देश दिया था। यह एजेंसी दिल्ली के बेस किचन में बने भोजन की सप्लाई राजधानी एक्सप्रेस में करती है।
अधिकारी का बयान
ट्रेन में करीब 600 लोगों ने नॉन वेज खाया था, जिसमें से करीब 40 से ज्यादा यात्रियों को उल्टी व दस्त की शिकायत हुई है। डॉक्टरों की पूरी टीम लगी हुई है। पैंट्री कार में भोजन के नमूने ले लिए गए हैं। जांच के बाद सप्लाई करने वाली एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रा साव, ग्रुप जनरल मैनेजर, आइआरसीटीसी, कोलकाता