सम्मान समारोह में गोल्डन गर्ल मनु भाकर का अपमान, अधिकारियों के आने पर जमीन पर बैठाया
उच्च अधिकारियों ने मनु को जमीन पर बैठाकर सम्मानित किया।
नई दिल्ली, (जेएनएन)। कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत की बेटियों ने नए कारनामे कर दिखाएं। पूरे विश्व में इनकी तारीफें हो रही हैं, लेकिन अपने ही देश में सम्मान के नाम पर इनका अपमान किया गया। गोल्डकोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाने वाली 16 वर्षीय युवा निशानेबाज मनु भाकर जब अपने गांव लौटी तो उनका सम्मान के नाम पर अपमान हुआ। उच्च अधिकारियों ने मनु को जमीन पर बैठाकर सम्मानित किया।
बता दें कि मनु भाकर ने केवल 16 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में देश को सोना दिलाया है। मनु भाकर हरियाणी के झज्जर की रहने वाली हैं। मंगलवार को मनु को सम्मानित करने के लिए हरियाणा के चरखी दादरी में अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में गोल्डन गर्ल अपने पूरे परिवार के साथ शामिल हुई थी। पहले तो मनु सभी की तरह कुर्सी पर बैठीं थी लेकिन जैसे ही उनका सम्मान करने माननीय गण पहुंचे तो उन्हें जमीन पर बैठने के लिए कहा गया। जिसके बाद वह बिना कुछ बोले जमीन पर बैठ गईं।
हालांकि मनु भाकर के पिता ने इस घटना पर सफाई देते हुए इसे बेटी के संस्कार बताए हैं। पिता ने कहा कि समारोह में गोल्डन गर्ल मनु भाकर ने बुर्जुगों के लिए अपनी कुर्सी छोड़कर आज की युवा पीढ़ी के सामने एक उदहारण पेश किया है। उनके इस कदम में हमारे हरियाणा के संस्कारों की खुशबू झलकती है। बता दें कि समारोह में खाप पंचायतों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विनेश, बबीता और मनु को सम्मानित किया गया।