अंतरजातीय प्रेम विवाह पर लड़का समाज से बेदखल
पंचायत का तर्क था कि ल़़डका-ल़़डकी दोनों मुस्लिम हैं, लेकिन दोनों का समाज अलग है।
By Vikas JangraEdited By: Published: Sat, 14 Jul 2018 11:52 PM (IST)Updated: Sat, 14 Jul 2018 11:52 PM (IST)
जयपुर [एजेंसी]। जिले की मुस्लिम मंसूरी समाज की खाप पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाया है। खाप ने दूसरे मुस्लिम समाज की ल़़डकी से प्रेम विवाह करने पर परिवार सहित युवक पर सात लाख का जुर्माना लगाते हुए समाज से छह साल के लिए बाहर कर दिया।
मामला राजधानी के धर्मपुरी थाना इलाके का है। यहां के मोहम्मद अहसान को दूसरे मुस्लिम समाज की ल़़डकी से प्यार हो गया। दोनों ने शादी करने का फैसला किया। लेकिन जब यह बात मंसूरी समाज की खाप पंचायत को पता चली तो उसने तुगलकी फरमान सुना दिया।
पंचायत का तर्क था कि ल़़डका-ल़़डकी दोनों मुस्लिम हैं, लेकिन दोनों का समाज अलग है। ऐसे में पंचायत सात लाख का जुर्माना लगाती है और छह साल के लिए समाज से बाहर जाने का फरमान सुनाती है। विरोध किया तो हुक्का--पानी बंद करने की धमकी पी़ि़डत परिवार के लोगों ने इस फैसले का विरोध किया, तो पंचायत ने परिवार का हुक्का--पानी बंद करते हुए जुर्माने की राशि दोगुना करने की धमकी दे दी।
मामले के बाद मुस्लिम मंसूरी समाज भी खाप पंचायत के इस फैसले के विरोध में ख़़डा हो गया। मुस्लिम मंसूरी समाज के लोगों ने खाप पंचायत के इस फैसले को जुर्म बताया है। समाज के सैक़़डों लोगों ने ब्रह्मपुरी थाने पहुंचकर पंचायत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मामला राजधानी के धर्मपुरी थाना इलाके का है। यहां के मोहम्मद अहसान को दूसरे मुस्लिम समाज की ल़़डकी से प्यार हो गया। दोनों ने शादी करने का फैसला किया। लेकिन जब यह बात मंसूरी समाज की खाप पंचायत को पता चली तो उसने तुगलकी फरमान सुना दिया।
पंचायत का तर्क था कि ल़़डका-ल़़डकी दोनों मुस्लिम हैं, लेकिन दोनों का समाज अलग है। ऐसे में पंचायत सात लाख का जुर्माना लगाती है और छह साल के लिए समाज से बाहर जाने का फरमान सुनाती है। विरोध किया तो हुक्का--पानी बंद करने की धमकी पी़ि़डत परिवार के लोगों ने इस फैसले का विरोध किया, तो पंचायत ने परिवार का हुक्का--पानी बंद करते हुए जुर्माने की राशि दोगुना करने की धमकी दे दी।
मामले के बाद मुस्लिम मंसूरी समाज भी खाप पंचायत के इस फैसले के विरोध में ख़़डा हो गया। मुस्लिम मंसूरी समाज के लोगों ने खाप पंचायत के इस फैसले को जुर्म बताया है। समाज के सैक़़डों लोगों ने ब्रह्मपुरी थाने पहुंचकर पंचायत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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