स्वच्छ सर्वेक्षण में महाराष्ट्र ने मारी बाजी, यूपी रेस से बाहर
केंद्र सरकार ने आज गांवों के आधार पर स्वच्छ भारत अभियान का ब्योरा पेश किया। हैरत करने वाली बात ये है कि इस सूचकांक में देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रेदश का एक भी शहर शामिल नहीं है।
जेएनएन, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आज गांवों के आधार पर स्वच्छ भारत अभियान का ब्योरा पेश किया। हैरत करने वाली बात ये है कि इस सूचकांक में देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रेदश का एक भी शहर शामिल नहीं है। यूपी चुनाव के लिहाज से ये सूची सपा सरकार पर भारी पड़ सकती है।
साथ ही बिहार और झारखंड भी जगह बनाने में नाकाम रहे हैं। बता दें कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पेयजल एवं स्वच्छता एवं पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर आज स्वच्छ सर्वेक्षण को लॉन्च किया। इस सूचंकाक में सरकार ने देश के 75 शहरो को शामिल किया गया।
इन शहरों को शौचालयों के सुरक्षित उपयोग, सार्वजनिक स्थानों और घरों के आसपास कूड़े-कचड़े व पानी के जमाव के आधार पर सूचिबद्ध किया गया है। उत्तर-पूर्व और विशेष श्रेणी के राज्यों के 22 शहरों की एक सूची तैयार की है। जिसमें हिमाचल प्रदेश का मंडी पहले स्थान पर है।
दूसरी सूची साधारण राज्यों की हैं, जिसमें 53 शहर शामिल है। साधारण राज्यों में महाराष्ट्र का सिंधुदुर्ग 96.8 प्रतिशत अंको के साथ नंबर वन पर रहा। इस सूची में 95 प्रतिशत अंको के साथ दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल का नादिया जिला रहा है। बता दें कि उत्तर प्रदेश इस सूची से गायब है।