रत्नत्रय जिनमंदिर द्वारिका में हुआ महामस्तकाभिषेक, रवींद्रकीर्ति स्वामी को मिली जगदगुरु की उपाधि
कार्यक्रम की शुरुआत में स्थानीय महिला मंडल के भक्ति नृत्य गीत मंगलाचरण पूर्वक हुए। तत्पश्चात् कार्यक्रम में उपस्थिति दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन बागपत सांसद सत्यपाल जी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य प्रवेश वर्मा सांसद दिल्ली ने दीप प्रज्ज्वल किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के द्वारिका स्थित रत्नत्रय जिनमंदिर में महामस्तकाभिषेक का आयोजन किया गया। मंदिर की पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव की आठवीं वर्षगांठ पर यह समारोह हुआ। आयोजन मुख्यरूप से अन्तेवासी पट्टशिष्य राष्ट्रगुरू परम्पराचार्य प्रज्ञसागर मुनिराज, मुनिश्री विभंजनसागर , मुनिश्री प्रथमानंद एवं जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर धर्मपीठ के पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामी के पावन सान्निध्य में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्थानीय महिला मंडल के भक्ति नृत्य गीत मंगलाचरण पूर्वक हुए। तत्पश्चात् कार्यक्रम में उपस्थिति दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, बागपत सांसद सत्यपाल जी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, प्रवेश वर्मा सांसद, दिल्ली, ने दीप प्रज्ज्वल किया। फिर आचार्यश्री की आठों द्रव्यों से भक्तिपूर्वक पूजन सम्पन्न की गई। इसके उपरांत आचार्यश्री ने कार्यक्रम में उपस्थित जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर के पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामाजी को 'जगदगुरु' की उपाधि से अलंकृत कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस मौके पर निर्मल सेठी, चक्रेश जैन, प्रमोद जैन वर्धमान, प्रमोद कुमार जैन, शरदराज कासलीवाल, पवन गोधा, अरविन्द्र जैन प्रज्ञ, सुभाषचंद जैन, हेमचंद , अनिल जैन, विजय जैन, डॉ जीवनप्रकाश जैन, जयकुमार उपाध्याय आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमोद जैन वर्धमान, माडल टाउन ने की।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जी जैन ने उपस्थित सभी संतों को नमन करते हुए कहा कि जो जैनधर्म का पालन करता है, वह जैन है। हर व्यक्ति जो भगवान महावीर स्वामी के बताये हुए मार्ग का अनुसरण करे वह सच्चा जैनी है। इसी श्रृखला में सांसद दिल्ली प्रवेश वर्मा ने कहा कि मैं सदैव से ही इस मंदिर के प्रत्येक कार्य में जुड़ा रहा हूं। मुझे मंदिर के पंचकल्याणक में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था एवं जैन समाज के द्वारा मुझे जो भी कार्य सौपा जायेगा में उसे अपना सौभाग्य समझकर पूरा करुंगा।
कार्यक्रम का कुशल संचालन इंदू जैन ने किया। इस अवसर पर रथयात्रा भी निकाली गई। भगवान के मस्तक पर महामस्तकाभिषेक सम्पन्न किया गया। कार्यक्रम में अंत में रत्नत्रय जिनमंदिर कमेटी के अध्यक्ष शरदराज कासलीवाल ने सभी का आभार ज्ञापित किया।