रहस्य या अजूबा: रुकना मना है! यहां खुद चल पड़ती है बंद गाड़ी
जम्मू-कश्मीर के लेह इलाके की पहाड़ियों में एक स्थान ऐसा है, जहां बंद गाड़ी स्वयं पहाड़ चढ़ने लगती है। गाड़ी की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच जाती है।
जम्मू, ललित कुमार। प्रकृति का नियम है कि धरती के गुरुत्व बल के कारण चीजें ढलान की ओर स्वयं बढ़ती हैं, पर जम्मू-कश्मीर के लेह इलाके की पहाड़ियों में एक स्थान ऐसा है, जहां बंद गाड़ी स्वयं पहाड़ चढ़ने लगती है। गाड़ी की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच जाती है। वैज्ञानिक व पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के अपने-अपने दावे हैं, पर इस रहस्य की वजह क्या है, इससे आज तक पर्दा नहीं उठ पाया। यही वजह है कि श्रीनगर-लेह हाईवे पर यह मैग्नेटिक पहाड़ी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी रहती है।
लेह से करीब तीस किलोमीटर दूर कारगिल की तरफ जाते हुए छोटा सा पहाड़ी रास्ता ऐसा आता है जहां इस अनूठे करतब का आप स्वयं अनुभव कर सकते हैं। बस तय स्थल पर पहुंचकर गाड़ी का इंजन बंद कर उसे न्यूट्रल में खड़ी कर देना है। गाड़ी धीरे-धीरे हिलना शुरू होगी और फिर पहाड़ी पर चढ़ना शुरू कर देगी। माना जाता है कि गुरुद्वारा पठार साहिब के निकट स्थित इस पहाड़ी में चुंबकीय शक्ति है, जो वाहनों को इस तरह खींच लेती है।
विमान भी नहीं बच पाते चुंबकीय शक्ति से
इस पहाड़ी के ऊपर से गुजरने वाले हेलीकॉप्टर व विमानों पर भी चुंबकीय शक्ति का प्रभाव पड़ता है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के अफसरों व वायुसेना के पायलटों का दावा है कि इस क्षेत्र के ऊपर से गुजरते समय विमान को चुंबकीय शक्ति की वजह से झटके लगते हैं।
एक तर्क यह भी
वैज्ञानिकों का एक तर्क यह भी है कि पहाड़ी की यह सड़क, जो दिखने में ऊंचाई की तरफ जाती दिखती है, वास्तव में ढलान है। गाड़ी ढलान की तरफ लुढ़कती है और लगता है कि ऊपर जा रही है। इस खिंचाव पर आपकी आंखों के सामने पहाड़ियों का स्वाभाविक रूप इस तरह से है कि आपके दिमाग को धोखा हो जाता है।
जियोलाजिकल सर्वे के पूर्व उप निदेशक कुलदीप सिंह जम्वाल का कहना है कि ऐसा माना जाता है कि यहां कोई विशेष खनिज मौजूद है, जिसमें यह चुंबकीय गुण है। लेकिन इस तर्क की वैज्ञानिक स्तर पर कोई पुष्टि नहीं हुई है। अगर पहाड़ी में डिल करके उसमें मौजूद खनिज पदार्थो की जांच की जाए तो कुछ पता चल सकता है, लेकिन आज तक यहां इस तरह का शोध नहीं किया गया।
जहां नहीं चलता कोई नियम: माउंटेन हिल के अलावा दुनिया में चार स्थल ऐसे हैं, जहां नहीं चलते गुरुत्व के नियम
1. मिस्ट्री स्पॉट, सांताक्रूज, कैलिफोर्निया, अमेरिका : यहां 150 वर्ग फीट क्षेत्र में गुरुत्व बल काम नहीं करता। यहां अजब हरकतें होती हैं। चीजों का आकार बदल जाता है। पानी ऊपर की ओर बहता है। गेंद हवा में ठहर जाती है।
2. सेंट इग्नास मिस्ट्री स्पॉट, मिशिगन, अमेरिका : यहां 300 वर्ग फीट में अजब- गजब नजारा देखने को मिलता है। आप एक एंगल तक दीवार पर खड़े भी हो सकते हैं, गिरेंगे नहीं।
3. कॉस्मोस मिस्ट्री एरिया, रैपिड सिटी, साउथ डकोटा, अमेरिका : इस स्थान पर आप एक एंगल तक टेढ़े खड़े हो सकते हैं।
4. स्पूक हिल, फ्लोरिडा, अमेरिका : यहां भी भारत की मैग्नेटिक हिल की तरह गाड़ियां न्यूट्रल में खड़ी करने पर स्वयं पहाड़ी की ओर खिंचने लगती हैं।