Madhya Pradesh: नर्मदा नदी में खड़े होकर मोबाइल से फेसबुक लाइव कर रहे तीन किशोर डूबे
नर्मदा नदी में खड़े होकर तीन किशोर फेसबुक लाइव कर रहे थे। दक्ष को बचा लिया गया है जबकि राज का शव बरामद हो गया है। वहीं नाम्या की तलाश होमगार्ड जवान कर रहे हैं। जिस जगह हादसा हुआ वहां पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है।
नर्मदापुरम (होशंगाबाद), राज्य ब्यूरो। हर्बल पार्क घाट पर सोमवार शाम को नहाने पहुंचे तीन किशोर नर्मदा के गहरे पानी में गिर गए। इनमें से दो किशोर डूब गए, जबकि एक को होमगार्ड जवानों ने बचा लिया। नर्मदा में स्नान करने के लिए तीनों किशोर मोबाइल से फेसबुक लाइव कर रहे थे, तभी हादसे का शिकार हो गए। तीनों एक-दूसरे का हाथ पकड़े हुए थे। एक किशोर का संतुलन बिगड़ गया, जिसके बाद अन्य दो भी असंतुलित हो गए और गहरे पानी में गिर गए।
एक का शव मिला, एक लापता, एक को बचा लिया
बताया जा रहा है कि बुधनी के सतकुंडा में भी ये तीनों किशोर फेसबुक लाइव कर रहे थे और यहां से लौटने के बाद हर्बल पार्क पहुंच गए थे। राज पिता दीपक ठाकुर निवासी माति नगर रसूलिया, नाम्या पिता संतोष गौर निवासी गोकुलधाम रसूलिया और दक्ष पिता सीवी खरे माति नगर रसूलिया इस हादसे का शिकार हुए। दक्ष को बचा लिया गया है जबकि राज का शव बरामद हो गया है। वहीं नाम्या की तलाश होमगार्ड जवान कर रहे हैं। जिस जगह हादसा हुआ, वहां पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है।
शहडोल पहली बी श्रेणी की नगर पालिका, जहां शत-प्रतिशत टीकाकरण
मध्यप्रदेश में शहडोल पहली बी श्रेणी की नगर पालिका है, जहां शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। कुछ दिन पहले ही सी श्रेणी में शामिल शहडोल जिले की ही धनपुरी नगर पालिका और बुढ़ार नगर परिषद में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का काम हुआ था। अब शहडोल शहर (नगर पालिका क्षेत्र) में भी शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है। इससे पहले जमुई ग्राम पंचायत में भी शत-प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। मुख्यमंत्री खुद यहां आकर जमुई की प्रशंसा कर चुके हैं।
शहडोल जिले में अब तक तीन लाख 96 हजार 758 लोगों को पहला डोज लग चुका
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अंशुमान सोनारे ने बताया कि शहडोल जिले में अब तक तीन लाख 96 हजार 758 लोगों को पहला डोज लग चुका है। इस तरह से 55 फीसद वैक्सीनेशन हो चुका है। नगर पालिका क्षेत्र में 57 हजार 834 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। यहां 18 वर्ष से ऊपर के लोगों की संख्या 62 हजार 65 है। अब सिर्फ गर्भवती महिलाएं और संक्रमित लोग ही बचे हैं। कई लोग ऐसे हैं, जो शहर से बाहर रह रहे हैं।
यह है श्रेणी
50 हजार से ज्यादा आबादी वाली नगर पालिका को बी श्रेणी और 20 से 50 हजार तक की आबादी वाली नगर पालिका को सी श्रेणी का दर्जा दिया जाता है।