छेड़छाड़ से परेशान छात्रा ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट पढ़ नम हो जाएंगी आंखें
आरोप है कि कुछ पुलिस कर्मियों ने भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा, पापा मेरी कोई गलती नहीं है...!
इंदौर, जेएनएन। कानून सख्त होने के बावजूद महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर में छेड़छाड़ से परेशान 10वीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। पड़ोसी युवक ने उसकी तस्वीरों से छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थीं, जिससे वह दुखी हो गई थी। आरोप है कि कुछ पुलिस कर्मियों ने भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा, पापा मेरी कोई गलती नहीं है...!
बताया जा रहा है कि मामले में 52 घंटे बाद भी जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तब परेशान होकर छात्रा ने उसने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद डीआइजी ने सब इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया। गुरुवार देर रात आरोपित, उसकी माता और बहन को हिरासत में ले लिया गया। द्वारकापुरी पुलिस के मुताबिक, '17 वर्षीय छात्रा के छोटे भाई ने बताया कि बहन को कई महीनों से पड़ोसी युवक मिलन चौहान परेशान कर रहा था। मंगलवार शाम करीब चार बजे पता चला कि उसने बहन की तस्वीर से छेड़छाड़ की है और फेसबुक और वाट्सएप पर वायरल कर दी।'
भाई ने बताया, 'मैं उसे समझाने पहुंचा तो उसने धमकाकर भगा दिया था। फिर पुलिस के पास गया, लेकिन वहां से कार्रवाई का आश्वासन देकर चलता कर दिया गया। बुधवार सुबह फिर थाने गया, लेकिन महिला पुलिस नहीं होने का हवाला देकर दोबारा चलता कर दिया। गुरुवार को थाने से पुलिस को लेकर बदमाश के घर गया, लेकिन उन्होंने उसे नहीं पकड़ा। इसी बात को लेकर गुरुवार शाम घर में विवाद भी हुआ। इससे बहन दुखी होकर कमरे में चली गई और दरवाजा बंदकर फंदे पर लटक गई।'
छात्रा का सुसाइड नोट
'पापा सॉरी, मेरी कोई गलती नहीं है। वह मुझे परेशान-ब्लैकमेल कर रहा था। उसने मेरी फोटो एफबी पर डाल दी है। इससे मेरी इमेज खराब हो गई है। उसने मुझसे जबर्दस्ती दो लेटर भी लिखवाए थे, आपके लिए। मुझे स्कूल के टाइम पर परेशान करता था और जबरन बात करने का दबाव बनाता था। मैं उससे बहुत परेशान हूं। आपको पता है पापा उसकी मम्मी बहुत खराब है। मैं नहीं चाहती कि मेरी वजह से आपकी इमेज खराब हो। मैं स्कूल से आ रही थी, तब सब लोग बोल रहे थे कि मेरी गलती है। सॉरी मुझे माफ करना पापा। मुझे लगा कि मैं ही नहीं रहूंगी तो बात ही खत्म हो जाएगी।'
एसआइ निलंबित
इंदौर के डीआइजी हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि प्राथमिक तौर पर पता चला है कि सब इंस्पेक्टर ओंकारसिंह कुशवाह ने कार्रवाई नहीं की। उन्हें निलंबित कर दिया है। जांच एएसपी मनीष खत्री को सौंपी है। टीआइ की भूमिका की भी जांच की जा रही है। आरोपित के खिलाफ धारा-306 में केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।