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मध्य प्रदेश के पुलिस आरक्षक पर कोरोना वायरस का पांच माह में तीसरी बार हमला

मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के विजयनगर थाने में पदस्थ एक पुलिस आरक्षक के पांच माह में तीसरी बार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण सहकर्मी दहशत में आ गए हैं। आरक्षक की तीसरी पॉजिटिव रिपोर्ट 26 दिसंबर को आई।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 08:19 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 08:19 PM (IST)
मध्य प्रदेश के पुलिस आरक्षक पर कोरोना वायरस का पांच माह में तीसरी बार हमला
सांस लेने में तकलीफ से नहीं मिल रही राहत, पुलिस विभाग में दहशत।

रामकृष्ण परमहंस पांडेय, जबलपुर।  मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के विजयनगर थाने में पदस्थ एक पुलिस आरक्षक के पांच माह में तीसरी बार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण सहकर्मी दहशत में आ गए हैं। आरक्षक की तीसरी पॉजिटिव रिपोर्ट 26 दिसंबर को आई, इसके बाद उसे होम आइसोलेशन में रखा गया है। डॉक्टरों ने आरक्षक को बताया है कि कोरोना संक्रमण के कारण उसके फेफड़े सिकुड़ गए हैं, इस वजह से बार- बार संक्रमण सामने आ रहा है। इधर, आरक्षक की रिपोर्ट से पुलिस मुख्यालय भोपाल को अवगत करा दिया गया है।

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कोरोना वायरस का पुलिस आरक्षक पर पांच माह में तीसरी बार हमला

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का कहना है कि जिले का यह पहला मामला है जब कोरोना से संक्रमित किसी मरीज पर पांच माह के भीतर इस महामारी के वायरस ने तीसरी बार हमला किया है। जानकारी के मुताबिक 36 वर्षीय आरक्षक को कुछ दिन से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। 24 दिसंबर को बुखार आने के बाद कोरोना की जांच करवाई गई थी। 26 दिसंबर को कोविड की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

आरक्षक के घर में पत्नी व छह माह की बेटी है

इससे पूर्व 11 अगस्त व नौ नवंबर को भी उसकी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शासकीय व निजी अस्पतालों में भर्ती होकर उसने उपचार कराया था। आरक्षक के घर में पत्नी व छह माह की बेटी है जिनके स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने आरक्षण के समुचित उपचार के निर्देश भी जारी किए हैं।

कोरोना का डेड वायरस शरीर में लंबे समय तक रहता है

कोरोना का डेड वायरस शरीर में लंबे समय तक रहता है। आशय यह है कि कोरोना से राहत मिलने के बाद भी वायरस पलटवार कर सकता है। कोविड-19 की गाइडलाइन के हिसाब से कोरोना मरीजों को रिपीट टेस्ट के बगैर संक्रमण मुक्त घोषित किया जाता है। यदि पहली बार हुए संक्रमण से मरीज को अपेक्षित राहत नहीं मिल पाती है तो फिर से लक्षण सामने आ सकते हैं। पांच माह की अवधि में कोई मरीज तीन बार कोरोना से संक्रमित कैसे हुआ, इस पर शोध किया जाएगा। फिलहाल जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, उन लोगों को भी कोरोना से सतर्क रहना चाहिए जो इसकी चपेट में आ चुके हैं- डॉ. जितेंद्र भार्गव, डायरेक्टर, स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी मेडिसिन नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर।

पहली व दूसरी बार संक्रमण से मुक्त होने के बाद आरक्षक लगातार ड्यूटी पर उपस्थित रहा

विजयनगर थाने में पदस्थ आरक्षक की कोरोना की रिपोर्ट तीसरी बार पॉजिटिव आई है। पहली व दूसरी बार संक्रमण से मुक्त होने के बाद आरक्षक लगातार ड्यूटी पर उपस्थित रहा- प्रियंका शुक्ला (आइपीएस), थाना प्रभारी, विजय नगर।


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