मशीन कभी भी मनुष्यों का स्थान नहीं ले सकती- लोकसभा अध्यक्ष
लोकसभा अध्यक्ष ने दोनों में फर्क बताते हुए कहा है कि, मशीन कार्य को स्वचालित कर सकती है, लेकिन मानव केवल कार्य अथवा नौकरी के लिए ही नहीं बना है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मानव और मशीनी प्रतिभा को एक दूसरे का विरोधी समझा जाए या पूरक माना जाए इस को लेकर दुनिया भर में बहस जारी है, इसी को देखते हुए नेशनल कांग्रेस ऑफ अर्जेन्टीना और अंतर संसदीय संघ ने संसदीय मंच और अध्यक्षों के शिखर सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें भाग लेने गई लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 'फ्यूचर ऑफ वर्क' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि, मशीनें कभी मनुष्यों का स्थान नही ले सकती है।
लोकसभा अध्यक्ष ने दोनों में फर्क बताते हुए कहा है कि, मशीन कार्य को स्वचालित कर सकती है, लेकिन मानव केवल कार्य अथवा नौकरी के लिए ही नहीं बना है। उसे प्रेम, देखभाल और सहानुभूति की भी आवश्यकत है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आर्टिफिश्यल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ब्लॉक चेन इत्यादि जैसी स्वचालित प्रौद्योगिकी ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी से पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बात करते हुए कहा कि इस पर विशेषज्ञों की राय बंटी हुई है, और इसीलिए कौशल रहित जनशक्ति पर नौकरियों को खोने का खतरा मंडरा रहा है। परंतु नए विकसित होने वाले क्षेत्रों में नई नौकरियां भी सृजित होगी और लोगों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि संसद सदस्यों पर इस बात की बड़ी जिम्मेदारी है कि वे अपनी-अपनी सरकारों से इस बात के लिए आग्रह करें कि वे उभरती हुई चुनौतियों पर गंभीरता पूर्वक ध्यान दें।