YesBank Scam: राणा कपूर के परिवार और डीएचएफएल के चेयरमैन को लुकआउट नोटिस, कई स्थानों पर सीबीआइ की छापेमारी
सीबीआई ने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर पत्नी बिंदू कपूर बेटियों राखी राधा और रौशनी के साथ डीएचएफएल के चेयरमैन कपिल वाधवान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया।
नई दिल्ली, एएनआइ। सीबीआई ने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर, पत्नी बिंदू कपूर, बेटियों राखी, राधा और रौशनी के साथ डीएचएफएल के चेयरमैन कपिल वाधवान और आरकेडब्लयू डिवेलपर्स के डायरेक्टर राजेश कुमार वाधवान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया। यश बैंक के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा मुंबई में सोमवार को सात स्थानों पर खोजबीन जारी रही है। सीबीआई का मुंबई में सर्च ऑपरेशन में वर्ली के राणा कपूर के आवास समेत उनकी बेटियों के आवास पर भी छापा। इसके अलावा सीबीआइ ने डीएचएफएल के आफिस, आरकेडब्लयू डिवेलपर्स के आफिस, दोलित अर्बन वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के आफिस पर छापा मारा।
CBI issues Look Out Circular against #YesBank founder Rana Kapoor, his wife Bindu Rana Kapoor, their daughters Roshni Kapoor, Rakhee Kapoor Tandon & Radha Kapoor, chairman-MD of DHFL Kapil Wadhawan, and Director of RKW Developers Pvt Limited Dheeraj Rajesh Kumar Wadhawan. pic.twitter.com/hQzV24ojWA
— ANI (@ANI) March 9, 2020
ईडी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कपूर परिवार की कुछ संपत्तियां लंदन में हैं। ईडी को इसके दस्तावेज हासिल हो गए हैं। उनके इस अधिग्रहण के स्रोत की जांच चल रही है। कपूर परिवार ने दो हजार करोड़ रुपये के निवेश किए हैं। यह निवेश भी एक दर्जन खोखा कंपनियों के जरिये हासिल किए गए।
डूइट अर्बन वेंचर्स के जरिये दलाली
आरोप है कि डूइट अर्बन वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने डीएचएफएल से दलाली की रकम हासिल की है। और इस कंपनी को राणा कपूर का परिवार नियंत्रित करता है। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी मूलत: राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीन बेटियों के 600 करोड़ रुपये के उस फंड की जांच कर रही है जो डूइट अर्बन वेंचर्स कंपनी को मिला। यह कंपनी घोटाले की शिकार विवादास्पद रियल एस्टेट कंपनी देवन हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) से संबद्ध है।
600 करोड़ रुपये लेने का आरोप
आरोप है कि जब यस बैंक की ओर से डीएचएफएल को 3700 करोड़ रुपये का कर्ज दिया जा रहा था तो कपूर की इसी कंपनी को 600 करोड़ रुपये हासिल हुए थे। ईडी को संदेह है कि डीएचएलएफ से 13 हजार करोड़ रुपये विभिन्न 79 खोखा कंपनियों में डाले गए हैं। इसमें से एक डूइट अर्बन वेंचर्स भी है। ईडी के अधिकारियों के अनुसार डीएचएफएल के प्रमोटरों और अन्य कंपनियों की किसी एक कारपोरेट कंपनी को कर्ज की राशि दिलाने में भूमिका है और इसकी दलाली की रकम राणा कपूर की पत्नी के बैंक खातों में डाली गई है।
डीएचएफएल से जुड़े हैं तार
ईडी ने डीएचएफएल के कपिल वधावन और धीरज वधावन को पांच कंपनियों के शेयर खरीदने में आरोपित बनाया है। इन कंपनियों के नाम फेथ रिटेलर्स, मार्वल टाउनशिप, ऐब रियल्टी, पोसीडोन रियल्टी और रैंडम रियल्टर्स हैं। इन कंपनियों पर भी जुलाई, 2019 तक कुल 2,186 करोड़ रुपये बकाया है। यस बैंक में नकदी संकट के बाद रिजर्व बैंक ने इसके बोर्ड को 30 दिन के लिए अपने नियंत्रण में लेकर एक महीने में अधिकतम 50 हजार रुपये निकालने का निर्देश जारी किया। एसबीआइ के पूर्व सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक बनाया है।