Lok Sabha Elections: शशि का अभेद किला, तिरुवनंतपुरम सीट पर रोचक लड़ाई का इंतजार; केंद्रीय मंत्री और थरूर आमने-सामने
कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक कांग्रेस ने तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर पर फिर से भरोसा जताया है। शशि थरूर तिरुवनंतपुरम सीट से 2009 से जीतते आ रहे हैं। इससे पहले यह सीट माकपा और कांग्रेस के पाले में आती रही है लेकिन शशि थरूर के नाम यहां पर हैट्रिक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को 39 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक, कांग्रेस ने तिरुवनंतपुरम से शशि थरूर पर फिर से भरोसा जताया है। हालांकि, इस बार का चुनाव काफी रोचक होने वाला है, क्योंकि भाजपा ने इस सीट से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर पर दांव लगाया है।
पिछले सप्ताह भाजपा ने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर को तिरुवनंतपुरम से उम्मीदवार बनाया था। हाल ही में राजीव चंद्रशेखर ने कहा था कि वह लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। ऐसे में भाजपा ने उन पर भरोसा भी जताया। तीन बार उच्च सदन के सदस्य रहे राजीव चंद्रशेखर का मौजूदा राज्यसभा कार्यकाल 2 अप्रैल को समाप्त होने वाला है।
कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge की अध्यक्षता में आयोजित 'केंद्रीय चुनाव समिति' की बैठक में लोकसभा चुनाव, 2024 के लिए 39 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए। pic.twitter.com/jOQk3rycwG— Congress (@INCIndia) March 8, 2024
तिरुवनंतपुरम का रोचक है इतिहास
शशि थरूर तिरुवनंतपुरम सीट से 2009 से जीतते आ रहे हैं। इससे पहले यह सीट माकपा और कांग्रेस के पाले में आती रही है, लेकिन शशि थरूर के नाम यहां पर हैट्रिक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है। हालांकि, भाजपा द्वारा राजीव चंद्रशेखर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद तिरुवनंतपुरम की लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है।
दक्षिण में सेंधमारी की कोशिश
भाजपा लंबे समय से दक्षिणी राज्यों में अपनी पैठ को मजबूत करने की कोशिशों में जुटी हुई है। मौजूदा समय में भाजपा के पास 129 में से महज 29 सीटें हैं और इनमें से अधिकांश सीटे भगवा पार्टी को तेलंगाना या कर्नाटक से प्राप्त हुई थीं, लेकिन अब इन दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है।
- तिरुवनंतपुरम सीट पर कांग्रेस और माकपा का वर्चस्व रहा है।
- भाजपा 2014 में इस सीट पर दूसरे स्थान पर रही, लेकिन अभी भी जीत का इंतजार है।
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