Tiddi Dal Attack: ऐसा होता है टिड्डियों का जीवन चक्र, जानें इनको भगाने के उपाय
Tiddi Dal Attack in India टिड्डियों को भगाने के परंपरागत उपायों में थाली बजाना खेतों में धुंआ करना करना शामिल हैं। टिड्डियों का दल आवाज के कंपन को महसूस करता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Tiddi Dal Attack in India उड़ने वाले वयस्कों में परिपक्व होने से पहले टिड्डियां कई चरणों से गुजरती हैं। इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी बिंदु पर यदि अनुकूल परिस्थितियां हों तो वे झुंड में बदल सकती हैं। उनके व्यवहार और शारीरिक लक्षणों में परिवर्तन के परिणामस्वरूप वे बनी रह सकती हैं या फिर उलटा भी हो सकता है। आइए, इनके जीवन चक्र पर डालते हैं एक नजर:
एक दिन में कई मीलों का सफर : झुंड में यह एक दिन में 81 मील या इससे अधिक की दूरी तय कर सकती हैं। 1954 में एक झुंड ने उत्तर पश्चिम अफ्रीका से ब्रिटेन तक की उड़ान भरी। वहीं 1988 में पश्चिम अफ्रीका से कैरेबियन तक का सफर तय किया। इस दौरान वे महज 10 दिनों में 3100 मील तक पहुंच गई।
ऐसे पनपती हैं टिड्डियां : टिड्डियों के भारी संख्या में पनपने का मुख्य कारण वैश्विक तापवृद्धि के चलते मौसम में आ रहा बदलाव है। विशेषज्ञों ने बताया कि एक मादा टिड्डी तीन बार तक अंडे दे सकती है और एक बार में 95-158 अंडे तक दे सकती हैं। टिड्डियों के एक वर्ग मीटर में एक हजार अंडे हो सकते हैं। इनका जीवनकाल तीन से पांच महीनों का होता है। नर टिड्डे का आकार 60-75 एमएम और मादा का 70-90 एमएम तक हो सकता है।
टिड्डियों को भगाने के उपाय : टिड्डियों को भगाने के परंपरागत उपायों में थाली बजाना, खेतों में धुंआ करना करना शामिल हैं। टिड्डियों का दल आवाज के कंपन को महसूस करता है। इस कारण आजकल इन्हें भगाने के लिए डीजे का भी प्रयोग किया जाने लगा है। यह आवाज को दूर से भांपकर अपना रास्ता बदल लेते हैं अथवा खेतों से उड़कर दूर चले जाते हैं। इसके अतिरिक्त, फसलों को टिड्डी दल के हमले से बचाने के लिए हेस्टाबीटामिल, क्लोरफाइलीफास और बेंजीएक्सटाक्लोराइड का खेतों में छिड़काव करना चाहिए। साथ ही ड्रोन से रसायन का छिड़काव किया जा रहा है। वहीं सरकारी स्तर पर भी इस तरह के प्रयास किए जाते हैं। हालांकि इतने बड़े पैमाने पर ऐसे उपाय करना काफी मुश्किल काम है। वहीं खाली पड़े खेतों में टिड्डी दल अंडे देता है। जिन्हें नष्ट करने के लिए खेतों में गहरी खुदाई की जानी चाहिए और फिर इनमें पानी भर देना चाहिए।
दुनिया की सबसे खतरनाक कीट होती हैं टिड्डियां : दुनियाभर में टिड्डियों की 10 हजार से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन भारत में केवल चार प्रजाति ही मिलती हैं। इसमें रेगिस्तानी टिड्डा, प्रवाजक टिड्डा, बंबई टिड्डा और पेड़ वाला टिड्डा शामिल हैं। इनमें रेगिस्तानी टिड्डों को सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है।