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पाकिस्तानी सीमा की ओर से टिड्डी दलों का हमला जारी, यूपी समेत इन राज्यों में घटा प्रकोप

पाकिस्तानी सीमा से लगातार टिड्डी दलों का हमला जारी है। काफी प्रयासों के बाद भी इन्हें अब तक रोका नहीं जा पा रहा है।हालांकि मध्य प्रदेशउत्तर प्रदेश और बिहार में इनकी संख्या घटी है।

By TaniskEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 08:07 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 08:07 PM (IST)
पाकिस्तानी सीमा की ओर से टिड्डी दलों का हमला जारी, यूपी समेत इन राज्यों में घटा प्रकोप
पाकिस्तानी सीमा की ओर से टिड्डी दलों का हमला जारी, यूपी समेत इन राज्यों में घटा प्रकोप

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तानी सीमा से लगातार टिड्डी दलों का हमला जारी है। काफी प्रयासों के बाद भी इन्हें अब तक रोका नहीं जा पा रहा है। सीमाई क्षेत्र राजस्थानी की रेतीली भूमि में हो रहे प्रजनन से नित नए झुंड बन रहे हैं। हालांकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार तक पहुंच चुके ज्यादातर टिड्डी झुंडों को नष्ट करने की प्रक्रिया जारी रहने से इनकी संख्या घटी है, लेकिन राजस्थान के कई जिलों में इनकी तबाही जारी है। इन झुंडों पर काबू पाने के लिए राज्यों की टीम के साथ केंद्रीय वैज्ञानिकों का दल आधुनिक यंत्रों के साथ तैनात कर दिया गया है।

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लोकस्ट वार्निग आर्गनाइजेशन के प्रभारी डॉक्टर केएल गुर्जर का कहना है कि राजस्थान की रेतीली भूमि में टिड्डियों के अंडे अब समूह बनाकर उड़ने को तैयार हैं। इससे पूरे राजस्थान में टिड्डी दलों का जमघट होने वाला है। हिंद महासागर के रास्ते सोमालिया से उत्पन्न टिड्डियों का दल पाकिस्तान होते हुए भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। इसकी चेतावनी एक सप्ताह पहले ही कृषि व खाद्य संगठन (एफएओ) ने दे दी थी। टिड्डी दलों के उन्मूलन को लेकर समन्वित रणनीति अपनाई जा रही है। इसके मद्देनजर राज्य की टीमों के साथ केंद्र के अफसरों की तैनाती की गई है। कुल 79 केंद्रीय टीमें अलग-अलग सेंटरों पर काम कर रही हैं।

टिड्डियों के उन्मूलन में सारे आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा

टिड्डियों के उन्मूलन में सारे आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इनमें ब्रिटेन से आयातित स्पि्रंकलों का प्रयोग हेलीकॉप्टरों से किया जा रहा है। नये टिड्डी दलों को पाकिस्तानी सीमा के पास ही हवा और जमीन पर मारने की समन्वित रणनीति पर काम किया जा रहा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक उत्तर प्रदेश, बिहार व मध्य प्रदेश में इनका प्रकोप घट गया है। मानसूनी हवाओं की तेज रफ्तार से टिड्डी दलों का प्रवाह उत्तरी क्षेत्रों अथवा बारिश से नष्ट होने लगा है। जमीन में पहले से ही कीटनाशकों के छिड़काव से उनके अंडे भी नष्ट हुए हैं। टिड्डी दलों के प्रकोप वाले लगभग पौने चार लाख हेक्टेयर जमीन में फैले इन दलों को मार दिया गया है। टिड्डी दलों पर नियंत्रण की केंद्रीय टीम की कार्रवाई 11 अप्रैल से राजस्थान से शुरू की गई थी।

20 जुलाई तक 1.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को टिड्डी दलों से मुक्त कराया गया

केंद्रीय लोकस्ट नियंत्रण कक्ष के मुताबिक 20 जुलाई तक राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में 1.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को टिड्डी दलों से मुक्त कराया गया। जबकि राज्यों के टिड्डी नियंत्रण अभियान में 20 जुलाई तक कुल 1.88 लाख हेक्टेयर रकबा मुक्त कराया गया है। 


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