Coronavirus Lockdown: छत्तीसगढ़ के कोरोना के प्रभावित जिलों में 6 अगस्त तक लागू रहेगा लॉकडाउन
छत्तीसगढ़ के मंत्री रवींद्र चौबे ने बताया कि आज बैठक में कोरेाना वायरस के प्रसार के कारण सर्वाधिक प्रभावित जिलों में 6 अगस्त तक लॉकडाउन का फैसला लिया गया।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। प्र्रदेश के कुछ शहरों में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हालात की समीक्षा की। मंत्रिमंडल के सहयोगियों और आला अफसरों के साथ हुई इस बैठक में रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग समेत कुछ और शहरों में मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिंता जाहिर की गई। वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने छह अगस्त तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है। कलेक्टरों को जिले की परिस्थितियों के हिसाब से लॉकडाउन का फैसला करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जिले के शहरी क्षेत्रों में लॉकडाउन बढ़ना तय माना जा रहा है। मंगलवार को आदेश जारी हो सकता है।
वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने पूरे राज्य की स्थिति की जानकारी दी। सभी ने माना कि संक्रमण लगातार बढ़ रहा है ऐसे में लॉकडाउन की अवधि बढ़नी चाहिए। इसके आधार पर छह अगस्त तक लॉकडाउन बढ़ाने के संबंध में निर्णय लिया गया है। कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां-जहां केस बढ़ रहे हैं, वहां तत्काल रोकथाम की कार्रवाई की जाए।
प्रवासी कोरोना से 17 दिन पहले मर गया, गांव में आंकड़ा सौ पहुंचा
जांजगीर-चांपा जिले के छह हजार की आबादी वाले गांव हसौद में पखवाड़े भर में ही 100 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। गांव में कोरोना विस्तार का कारण गुजरात से लौटा वह मजदूर है, जिसकी 10 जुलाई को रायगढ़ मेडिकल कालेज में मौत हो चुकी है। उसके संपर्क में आने से ही गांव में महामारी के हालात बन गए हैं।
जैजैपुर ब्लॉक के ग्राम हसौद में क्वारंटाइन सेंटर से छूटने के बाद मजदूर की तबीयत बिगड़ी तो उसे रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया था। जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वह गांव में कई दिनों तक लोगों के संपर्क में रहा था। यहां नायब तहसीलदार, दो मेडिकल स्टोर्स संचालक व उनके परिजन, पान दुकान संचालक और अन्य ग्रामीण संक्रमितों में शामिल हैं। अब तक इस गांव से एक हजार 87 लोगों का सैंपल लिया गया है, जिनमें से 100 लोग पॉजिटिव मिले हैं। 173 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है। यहां रोज लोगों का सैंपल लिए जा रहे है। गांव को कंटेनमेंट जोन बनाकर लोगों को जरूरी सामान शासन की मदद से पहुंचाया जा रहा है। लापरवाहियों की वजह से गांव में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है।