Lockdown 4.0 : पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, नए नियमों के साथ 17 मई के बाद भी जारी रहेगा लॉकडाउन
पीएम मोदी ने कहा कि 17 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रहेगा। इस संबंध में 18 मई को विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र के नाम संबोधन में लॉकडाउन के चौथे चरण का संकेत दे दिया है । उन्होंने कहा कि चौथे चरण में नियम बदल जाएंगे। इसके लिए राज्यों से भी सुझाव मांगे गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 18 मई से पहले देश को नए नियमों जानकारी दे दी जाएगी।
पीएम मोदी ने बताया कि 18 मई से पहले लॉकडाउन के चौथे चरण की जानकारी साझा की जाएगी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये लॉकडाउन नए रंग-रूप-नियम वाला होगा। बता दें कि देश में लागू लॉकडाउन 3.0 की अवधि 17 मई को खत्म हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन 4.0 नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, इससे जुड़ी जानकारी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी।
लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4,
पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा।
राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4
से जुड़ी जानकारी भी आपको
18 मई से पहले
दी जाएगी: PM @narendramodi— PMO India (@PMOIndia) May 12, 2020
पीएम मोदी ने कोरोना आपदा से निपटने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है, जो भारत की जीडीपी का 10 फीसद है। पिछला और आज का पैैकेज का मिलाकर है यह राशि।
#WATCH "4th phase of lockdown, #Lockdown4 will be in a new form with new rules. Based on the suggestions by states, information related to it will be given to you before 18th May": Prime Minister Narendra Modi pic.twitter.com/ZTy6873nqh — ANI (@ANI) May 12, 2020
पीएम ने कहा कि इस पैकेज के बारे में विस्तार से जानकारी बाद में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है।
कोरोना से हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ा आपदा भारत के लिए संदेश और एक अवसर लेकर आई है। उन्होंने कहा कि मैं एक उदाहरण के साथ बताना चाहता हूं कि जब कोरोना संकट शुरू हुआ तो भारत में एक भी पीपीई किट नहीं बनती थी न ही एन95 मास्क का उत्पादन होता था। लेकिन आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि आपदा को हमने अवसर में बदल दिया है।
थकना नहीं, हारना नहीं, टूटना नहीं: पीएम
अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि यह संकट अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।' प्रधानमंत्री ने देश-दुनिया में कोविड-19 मरीजों की मौत पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
पीएम का 'चौथा राष्ट्र के नाम संबोधन'
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दो महीने में चौथी बार देश को संबोधित किया है। कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी ने पहली बार 18 मार्च को देश को संबोधित किया था। उस संबोधन में उन्होंने लोगों से 22 मार्च को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक 'जनता कर्फ्यू' का पालन करते हुए घरों से नहीं निकलने की अपील की थी। फिर, 24 मार्च को दूसरे संबोधन में पीएम मोदी ने 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। पीएम ने तीसरी बार 14 अप्रैल को देशवासियों को संबोधित किया था जिसमें उन्होंने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया था। हालांकि, बाद में सरकार ने 3 मई की मियाद बढ़ाकर 17 मई कर दी और भारत लॉकडाउन के तीसरे चरण में प्रवेश कर गया। मंगलवार के 'राष्ट्र के नाम संबोधन' के दौरान पीएम मोदी ने लॉकडाउन के चौथे चरण का भी ऐलान कर दिया।