सोशल मीडिया पर हुआ लाइव उठावना, 18 हजार लोगों ने दी श्रद्घांजलि, जानिए कैसे
लॉकडाउन के दौरान सामाजिक आयोजनों पर रोक है इसलिए मनोज कुशवाह ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए रिश्तेदारों और परिचितों को ऑनलाइन उठावनने की सूचना दी।
ग्वालियर, राज्य ब्यूरो। जहां चाह होती है, वहां राह निकल ही आती है। यह कहावत चरितार्थ की ग्वालियर के एक कॉलेज संचालक ने। चार दिन पहले पिता के निधन के बाद 10 अप्रैल को उनका उठावना था। लॉकडाउन के दौरान सामाजिक आयोजनों पर रोक है, इसलिए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम और ट्विटर के जरिए रिश्तेदारों और परिचितों को ऑनलाइन उठावनने की सूचना दी। शुक्रवार शाम पांच से छह बजे तक उठावना के दौरान करीब 4700 लोगों ने फेसबुक लाइव के माध्यम से दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। रात 9 बजे तक शब्दांजलि देने वालों का आंकड़ा 18 हजार तक पहुंच गया था।
छह अप्रैल को हो गया था निधन
भारतीय विद्या मंदिर (वीवीएम कॉलेज) के डायरेक्टर मनोज कुशवाह के पिता और संस्था के संस्थापक जगदीश सिंह कुशवाह का छह अप्रैल को निधन हो गया था। उनका उठावना 10 अप्रैल को होना था। उठावना ऑनलाइन होने की सूचना मनोज ने समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर दी थी। मनोज ने बताया कि लॉकडाउन में भीड़ एकत्रित हो सकती थी इसलिए उनके कॉलेज कीआईटी टीम ने सोशल मीडिया के माध्यम से उठावना का सुझाव दिया। इसके बाद सभी परिचितों एवं रिश्तेदारों को वाट्सएप के माध्यम से सोशल मीडिया पर उठावना का लाइव प्रसारण के बारे में बताया और समय आदि भी निर्धारित किया गया।
फेसबुक लाइव पर इस तरह किया उठावना
ग्वालियर के यमुनानगर स्थित निवास पर एक कमरे में उन्होंने पिता की तस्वीर रखी और पुष्पमाला चढ़ाई। ठीक पांच बजे आनलॉइन उठावना को फेसबुक लाइव पर शुरू किया, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों एवं शहरों में निवास करने वाले परिचितों और रिश्तेदारों ने अपनी श्रद्घांजलि दी। परिचितों और रिश्तेदारों ने इस उठावना को फेसबुक पर शेयर भी किया, जिसके चलते रात नौ बजे तक श्रद्घांजलि देने वालों की संख्या 18 हजार को पार कर चुकी थी। जगदीश सिंह कुशवाह के निधन और उनके उठावना के समय व तिथि की जानकारी तीन हजार लोगों को वाट्सएप के माध्यम से भेजी गई थी।