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भारतीय सैनिकों की मौत पर जश्न मना रही थी पाकिस्तानी सेना

जम्मू-कश्मीर में पुंछ सीमा पर भारतीय जवानों की बर्बर हत्या करने के बाद पाकिस्तान सेना ने जमकर जश्न मनाया। पाकिस्तान सेना के अधिकारियों ने वारदात को अंजाम देने वाले सैनिकों को बधाई देते हुए उन्हें उचित इनाम देने का वादा भी किया। पाकिस्तान सेना व उनके अधिकारियों के बीच हुई इस बातचीत को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया है।

By Edited By: Published: Thu, 10 Jan 2013 11:59 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2013 10:17 PM (IST)

राजौरी। जम्मू-कश्मीर में पुंछ सीमा पर भारतीय जवानों की बर्बर हत्या करने के बाद पाकिस्तान सेना ने जमकर जश्न मनाया। पाकिस्तान सेना के अधिकारियों ने वारदात को अंजाम देने वाले सैनिकों को बधाई देते हुए उन्हें उचित इनाम देने का वादा भी किया। पाकिस्तान सेना व उनके अधिकारियों के बीच हुई इस बातचीत को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया है।

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सूत्रों के अनुसार, दरिंदगी को अंजाम देने के बाद जब पाकिस्तान सैनिक वापस अपनी जमीन पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले अपने रेडियो सेट से बलूच रेजिमेंट के मुख्यालय में च्च्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इस पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने अपने सैनिकों को इस काम की बधाई दी और जश्न मनाने को कहा। अधिकारियों ने इसके लिए उचित इनाम देने का भी वादा किया। पाकिस्तानी सेना व अधिकारियों के बीच हुई इस बातचीत को भारतीय सेना के खुफिया विभाग ने रिकॉर्ड कर लिया है। बातचीत से साफ हो जाता है कि पाकिस्तानी सेना के च्च्चाधिकारियों के आदेश पर ही जवानों ने इस वारदात को अंजाम दिया।

ऐसा माना जा रहा है कि इस घटना के एक हफ्ते पहले ही लश्कर प्रमुख और मुंबई हमले का साजिशकर्ता हाफिज सईद ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर से सटे एलओसी का दौरा किया था।

खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सैनिकों का सिर कलम करने के करीब एक हफ्ते पहले हाफिज सईद ने एलओसी का दौरा कर लश्कर की बॉर्डर एक्शन टीम को संबोधित किया था और उसे फायरिंग करने के लिए उकसाया था। हाफिज सईद का मकसद पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम की गतिविधियों को हवा देना था। माना जाता है कि भारत में आतंकियों की घुसपैठ बढ़ाने में ये टीम पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर काम करती है। मेंढर सेक्टर, जहां भारतीय सैनिकों पर हमला हुआ और उनके शव क्षत-विक्षत कर दिए गए, पुंछ के इसी इलाके में आता है।

इस घटना के बाद 772 किलोमीटर की नियंत्रण रेखा पर हाई अलर्ट है। भारत और पाकिस्तान ने नवंबर 2003 में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम लागू किया था। सईद के एलओसी पर आने की जम्मू से मिली खुफिया अलर्ट में ये चेतावनी भी दी गई थी कि पाक सेना और लश्कर की बॉर्डर एक्शन टीम मिलकर कुछ गड़बड़ी की फिराक में हैं।

सईद की नियंत्रण रेखा तक पहुंच से साफ है कि पाक हुकूमत और सेना उस पर किस कदर मेहरबान है। ऐसा तब है जब सईद को अमेरिका ने मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में रखा हुआ है और उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम है। भारत पर हुए मुंबई हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद खुद को धर्मगुरु बताता है।

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