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कुणाल कामरा ने कहा, न ट्वीट हटाऊंगा और न ही माफी मांगूंगा, कामेडियन ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ की थी टिप्पणियां

कामेडियन कुणाल कामरा ने कहा है कि ना तो वह अपना विवादित ट्वीट हटाएंगे ना ही माफी मांगेंगे। कामरा का यह बयान आपराधिक अवमानना की कार्यवाही शुरू किए जाने की अनुमति दिए जाने के एक दिन बाद आया है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 13 Nov 2020 07:24 PM (IST)Updated: Fri, 13 Nov 2020 07:24 PM (IST)
कुणाल कामरा ने कहा, न ट्वीट हटाऊंगा और न ही माफी मांगूंगा, कामेडियन ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ की थी टिप्पणियां
कुणाल कामरा ने कहा है कि ना तो वह अपना विवादित ट्वीट हटाएंगे ना ही माफी मांगेंगे।

नई दिल्ली, पीटीआइ। स्टैंडअप कामेडियन कुणाल कामरा ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ अपने विवादित ट्वीट को हटाने या उनके लिए माफी मांगने से शुक्रवार को इन्कार कर दिया। कामरा का यह बयान अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल द्वारा उनके खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्यवाही शुरू करने की अनुमति दिए जाने के एक दिन बाद आया है। रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अंतरिम जमानत दिए जाने के बाद कामरा ने सिलसिलेवार कई ट्वीट किए थे।

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कामरा ने अपने ट्विटर पेज पर वेणुगोपाल और न्यायाधीशों को संबोधित बयान में कहा, 'हाल ही में मैंने जो ट्वीट किए उन्हें अदालत की अवमानना की तरह माना गया है। मैंने जो ट्वीट किए वे अदालत द्वारा प्राइम टाइम के लाउडस्पीकर के पक्ष में दिए गए अंतरिम फैसले के बारे में थे।'

उन्होंने कहा, 'मेरा दृष्टिकोण नहीं बदला है क्योंकि दूसरों की निजी स्वतंत्रता के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट की खामोशी आलोचना के दायरे से बाहर नहीं रह सकती। अपने ट्वीट हटाने या उनके लिए माफी मांगने का मेरा कोई इरादा नहीं है। मेरा मानना है कि वे अपने लिए बोलते हैं।' इस साल की शुरुआत में इंडिगो की एक उड़ान में गोस्वामी से नोकझोंक के कारण कामरा पर कई विमान कंपनियों ने प्रतिबंध लगा दिया था।

कामरा ने वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना कार्यवाही का भी जिक्र किया। भूषण ने अपने ट्वीट के लिए अदालत से माफी मांगने से इन्कार कर दिया था और उन्हें अवमानना का दोषी ठहराया गया था। कामरा ने कहा, 'मेरी इच्छा है कि अन्य मामलों को छोड़कर मेरी अवमानना याचिका पर कम से कम 20 घंटे सुनवाई होनी चाहिए और यह मेरा सौभाग्य होगा कि मैं कतार से बाहर आ जाऊंगा।' इसके बाद कामरा ने अदालत के सामने लंबित कई अहम याचिकाओं का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि नोटबंदी पर याचिकाएं, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने को चुनौती देने वाली याचिकाएं, चुनावी बांड की वैधानिकता का मामला और कई अनगिनत मामलों पर ज्यादा समय और ध्यान देने की जरूरत है। कामरा ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने मेरे ट्वीट पर अभी तक कुछ नहीं कहा है, लेकिन जब भी वे ऐसा करेंगे, अदालत की अवमानना घोषित करने से पहले उन्हें थोड़ी हंसी जरूरी आएगी।'


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