कुलभूषण जाधव की मानसिक हालत ठीक नहीं: साल्वे
साल्वे का कहना है कि जाधव के हावभाव से ऐसा लगा मानो वह लोगों से कह रहे हों कि आओ और मुझे फांसी पर लटका दो?
नई दिल्ली, आइएएनएस: अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण जाधव के मामले की पैरवी करने वाले वकील हरीश साल्वे का कहना है कि पत्नी व मां से हुई बातचीत के बाद लगता है कि पाक की कैद में रह रहे नौसेना के पूर्व अधिकारी की मनोदशा ठीक नहीं है।
एक टीवी चैनल से बातचीत में साल्वे का कहना था कि जाधव की बातों से ऐसा लग रहा था, मानो उन्हें किसी चीज की कोई चिंता नहीं है। वह इंतजार कर रहे हैं कि कब उनकी सजा को अमली जामा पहनाया जाए। साल्वे को सबसे ज्यादा जो चीज अखरी वह जाधव का अंग्रेजी में बात करना है। उनका कहना है कि मानसिक स्थिति दुरुस्त हो तो कोई भी व्यक्ति अपनी मातृ भाषा में ही बात करता है।
चाहे उसे गुस्सा आए या फिर वह किसी को अपशब्द कहना चाहे, वह मातृ भाषा में ही अपनी भड़ास निकालता है, लेकिन यहां तो जाधव ने अंग्रेजी में इस तरह से बात की जैसे वह स्कि्रप्ट पढ़ रहे हो। उनका कहना है कि जाधव की मां के लिए इससे ज्यादा निराशा की बात क्या होगी कि दराज होने के बावजूद वह इतनी दूर तक यात्रा करके गईं और उन्हें शीशे के पीछे से बेटे की झलक मिली।
वह न तो उन्हें छू सकीं और न ही अपने दिल की बात को बेटे से साझा कर सकीं। बेटे को मिली फांसी की सजा उनके लिए इससे कम दर्दनाक रही होगी। साल्वे का कहना है कि जाधव के हावभाव से ऐसा लगा मानो वह लोगों से कह रहे हों कि आओ और मुझे फांसी पर लटका दो?
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