जानिए, कौन हैं गुजरात के नए मुख्यमंत्री विजय रुपानी
गुजरात के नए मुख्यमंत्री विजय रुपानी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम नरेन्द्र मोदी के करीबी माने जाते हैं।
नई दिल्ली । पिछले काफी दिनों से गुजरात में हुए लगातार आंदोलन ने जहां राज्य सरकर के सामने मुसीबतें खड़ी कर दी तो वहीं आनंदीबेन की कार्यशैली पर भी तमाम सवाल उठे। आखिरकार, पटेल आरक्षण और दलितों के विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार विरोधी आवाजों के चलते आनंदीबेन ने अपनी उम्र का हवाला देकर मुख्यमंत्री पद छोड़ने का ऐलान कर दिया।
इस बीच, वैसे तो मुख्यमंत्री के नाम पर जो दो नाम चल रहे थे वे दोनों थे- नितिन पटेल और विजय रुपानी। लेकिन, ऐसा माना जा रहा था कि नितिन पटेल ही गुजरात के मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विजय रुपानी को गुजरात की गद्दी पर बैठाने के फैसला लिया।
-राजकोट के रहने वाले 60 वर्षीय विजय रूपानी को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी, दोनों के करीबी माना जाता है।
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-जैन समाज से संबंधित होना भी एक हद तक उनके पक्ष में गया। शाह खुद भी जैन समुदाय के हैं।
-इसी दो अगस्त को अपनी पत्नी और बेटे के साथ राजकोट में अपना जन्मदिन मनाया था।
-रंगून (अब म्यामांर का यंगून) में 1956 में जन्मे रूपानी के पिता का नाम रमणीकलाल रूपाणी है।
-रूपानी ने राजकोट से ही बीए और एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की है।
-वह स्कूल के दिनों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए। उन्होंने युवावस्था में छात्र राजनीति में भाग लेना शुरू कर दिया। इमरजेंसी के दौरान वह जेल में भी रहे।
-गुजरात पर्यटन कारपोरेशन का अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने 'खुशबू गुजरात की' पर्यटन अभियान शुरू किया, जो खासा सफल रहा।
-पहली बार विधायक बने रूपानी ने मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबको पीछे छोड़ा।
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कौन हैं नितिन पटेल :
-नितिन पटेल उत्तरी गुजरात के कड़वा पटेल नेता हैं। उनकी छवि जमीन से जुड़े नेता की रही है।
-90 के दशक से ही वह लगातार मंत्री रहे हैं। अब तक सिर्फ एक बार ही चुनाव हारे हैं, वह भी 2002 में।
-जब गुजरात में नरेंद्र मोदी सरकार थी तब वह शहरी विकास मंत्री और वित्त मंत्री रहे। गुजरात कैबिनेट में उनकी नंबर 2 पोजीशन थी।
-आनंदीबेन की ही तरह वे उत्तरी गुजरात से पटेल नेता हैं। नितिन उस समिति के प्रमुख थे जिसने पाटीदार आंदोलन के बाद सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में आरक्षण के मसले पर पाटीदार नेताओं से बातचीत की थी।