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DATA STORY: जानें, देश में कोरोना वैक्सीन किन लोगों को सबसे पहले लगाई जाएगी

2011 की जनगणना के मुताबिक देश में 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या करीब 7 करोड़ (हमारा डाटा चार्ट भी इसी आंकड़े से बना है) है। वहीं 50 से 65 के बीच करीब 12.58 करोड़ लोग हैं। पर याद रहे जनगणना के समय आबादी 121 करोड़ थी।

By Vineet SharanEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 12:15 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 02:45 PM (IST)
DATA STORY: जानें, देश में कोरोना वैक्सीन किन लोगों को सबसे पहले लगाई जाएगी
इप्सोस मोरी की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 87 फीसदी लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर उत्सुक हैं।

नई दिल्ली, विनीत शरण/पीयूष अग्रवाल। दुनिया में इस समय सबसे ज्यादा चर्चा कोरोना वैक्सीन को लेकर है। हर कोई पूछ रहा है कि उन्हें वैक्सीन कब मिलेगी। बताया जा रहा है कि 11 दिसंबर से अमेरिका में कोरोना वैक्सीन आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। वहीं, ब्रिटेन में भी इस साल ही वैक्सीन अभियान शुरू हो सकता है। पर भारत में आते-आते अगले साल की पहली तिमाही तक का वक्त लग सकता है। भारत सरकार को उम्‍मीद है कि जुलाई 2021 तक उसे 40 से 50 करोड़ डोज मिल जाएंगी। इनकी मदद से 20-25 करोड़ भारतीयों का टीकाकरण हो सकेगा।

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पहले इन्हें लगेगी वैक्सीन

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि प्राथमिकता उन लोगों को दी जाएगी, जिन्‍हें संक्रमण का खतरा ज्‍यादा है। इन लोगों में हेल्‍थकेयर फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा 50 साल से ज्‍यादा उम्र के लोग और ऐसे लोग शामिल हैं, जिन्‍हें अन्‍य बीमारियां हैं। सरकार जुलाई 2021 तक इन सभी का टीकाकरण करना चाहती है।

ये होगा वैक्सीन लगने का क्रम

सबसे पहले हेल्थ वर्कर को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। प्राथमिकता के आधार पर देश के एक करोड़ फ्रंटलाइन हेल्‍थ वर्कर्स की लिस्‍ट बना ली गई है। वैक्‍सीन उपलब्‍ध होते ही इनका टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर, पुलिस और पैलामिलिट्री फोर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद 65 साल से ऊपर के उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगी। फिर 50 साल से अधिक के उम्र वाले लोगों को और फिर को-मॉर्बिडिटी वाले मरीजों को।

किस श्रेणी में हैं कितने लोग

अग्रिम मोर्चे पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या लगभग- एक करोड़

पुलिस कर्मियों की संख्या-18.5 लाख

पैलामिलिट्री फोर्स-10 लाख से ज्यादा

कोमॉर्बिडिटी-एक समय में एक से अधिक बीमारी होना

65 प्लस और 50 से ज्यादा उम्र के लोग

2011 की जनगणना के मुताबिक देश में 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या करीब 7 करोड़ (हमारा डाटा चार्ट भी इसी आंकड़े से बना है) है। वहीं 50 से 65 के बीच करीब 12.58 करोड़ लोग हैं। पर याद रहे जनगणना के समय देश की आबादी करीब 121 करोड़ थी जो 2021 तक 136 करोड़ (नेशनल कमिशन ऑन पापुलेशन के मुताबिक) पहुंच जाएगी।

इन चार वैक्सीन पर है नजर

भारत की नजर मुख्य रूप से चार वैक्सीन पर है। ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा कंपनी एस्‍ट्राजेनेका ने मिलकर कोरोना वैक्‍सीन बनाई है। भारत में यह वैक्‍सीन सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के जरिए उपलब्‍ध होगी। इसके अलावा, रूस की स्पुतनिक-V की हालिया रिपोर्ट बताती है कि यह पहले डोज में पर्याप्त इम्यूनिटी विकसित करती है। वहीं भारत बायोटेक, आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी- पुणे स्वदेशी कोवाक्सिन बना रहे हैं। इन तीन के अलावा चीन की पांच वैक्सीन तीसरे फेज के ट्रायल में हैं।

लोग आतुर हैं वैक्सीन लगवाने के लिए

हाल में आई इप्सोस मोरी की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में 97 प्रतिशत लोग वैक्सीन लगवाने को लेकर आतुर हैं। जबकि ब्राजील में यह आंकड़ा 88 प्रतिशत का है। वहीं, भारत में 87 फीसदी लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर उत्सुक हैं।

देश में कोरोना की स्थिति

देश में संक्रमण के कुल 92.2 लाख मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 86 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। वहीं मृतकों की संख्या 1.35 लाख हो गई है। 


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