विशेषज्ञों का दावा- कोरोना से ज्यादा रफ्तार से फैल सकता है Disease X, जानें इसके बारे में
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह बीमारी कहां जाकर रुकेगी अभी यह सिर्फ कल्पना है। वहीं विशेषज्ञों की मानें तो यदि यह अस्तित्व में आती है तो यह कोरोना महामारी से कई गुना अधिक खतरनाक होगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी के वैश्विक संकट के बीच अब 'डिजीज एक्स' को लेकर चेतावनी जारी की गई है। अफ्रीकी वायरस इबोला का पता लगाने वाले डॉक्टर जीन जैक्स मुएंब तामफम द्वारा यह चेतावनी जारी की गई है। बताया जा रहा है कि यह बीमारी ज्यादा घातक है और कोरोना से भी अधिक रफ्तार के साथ फैलती है। उन्होंने कहा कि आज हम ऐसी दुनिया में हैं, जहां रोज नए रोगाणु आ रहे हैं और ऐसी कोई बीमारी कोविड-19 से भी घातक हो सकती है। यदि हम आज भी प्रकृति के खिलाफ खड़े रहे तो वह दिन दूर नहीं जब हमें इसका भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह बीमारी, कहां जाकर रुकेगी अभी यह सिर्फ कल्पना है। विशेषज्ञों की मानें तो यदि यह अस्तित्व में आती है तो यह कोरोना महामारी से कई गुना अधिक खतरनाक होगी।
हालांकि इस बीमारी के बारे में अभी तक कुछ खास पता नहीं चल सका है, लेकिन इसका एक मरीज कांगो में मिलने की बात सामने आई है। बताया गया कि मरीज को तेज बुखार और आंतरिक रक्तस्त्राव भी हो रहा था। इसके बाद, उसने इबोला का टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसके बाद सवाल उठ रहा है कि कहीं ये डिजीज एक्स का मरीज तो नहीं है।
कौन हैं तामफम
डॉ. तामफम ने 1976 में इबोला वायरस का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब इबोला वायरस का पहली बार पता चला था तो कांगो के यामबूकू मशिन अस्पताल में 88 फीसद मरीजों और 80 फीसद कर्मचारियों की मौत हो गई।