लिंगानुपात में केरल सबसे बेहतर; उत्तर भारत के राज्यों स्थिति खराब, जानें- अपने यहां का भी हाल
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार केरल का स्थान सबसे ऊपर है। यहां पर प्रति 1000 पुरुषों में 1047 महिलाएं हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। किसी देश में लिंगानुपात को इस बात से परिभाषित किया जाता है कि वहां प्रति 1000 पुरुषों पर कितनी महिलाएं हैं। अच्छी खबर यह है कि भारत में यह अनुपात धीरे ही सही मगर सुधर रहा है। भारत में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) द्वारा 2005-06 में कराए गए तीसरे सर्वे में प्रति 1000 पुरुषों में 914 महिलाएं थीं, लेकिन 20015-16 में कराए गए चौथे सर्वे में यह संख्या 919 हो गई।
126 प्वाइंट्स की बढ़ोतरी के साथ देश में सबसे ज्यादा सुधार पंजाब में हुआ है, लेकिन फिर भी यह राज्य सबसे खराब लिंगानुपात वाले राज्यों में शामिल है। चौथे सर्वे के अनुसार यहां प्रति 1000 पुरुषों में 860 महिलाएं ही हैं। सबसे ज्यादा खराब हालात सिक्किम के हैं। 175 प्वाइंट्स की गिरावट के साथ यहां पर प्रति 1000 पुरुषों में मात्र 809 महिलाएं हैं। लिंगानुपात के मामले में देश में सबसे नीचे सिक्किम ही है।
बीते लोकसभा सत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एक सवाल के उत्तर में ये आंकड़े पेश किए गए। NFHS द्वारा कराए गए सर्वे में केरल का स्थान सबसे ऊपर है। यहां पर प्रति 1000 पुरुषों में 1047 महिलाएं हैं। सर्वेक्षण में पाया गया कि उत्तर भारत के राज्यों में स्थितियां खराब हैं।
2015-16 के सर्वे के आंकड़े
शीर्ष 6 राज्य
केरल 1047
दादरा और नागर हवेली 1013
मेघालय 1009
छत्तीसगढ़ 977
त्रिपुरा 966
गोआ 966
खराब-6 राज्य
सिक्किम 809
दिल्ली 817
हरियाणा 836
पुडुचेरी 843
अंडमान और निकोबार द्वीप 859
पंजाब 860
सबसे ज्यादा सुधार लाने वाले राज्य
राज्य सर्वेक्षण (2005-06) सर्वेक्षण (2015-16) बढ़ोतरी
पंजाब 734 860 +126
केरल 925 1,047 +122
मेघालय 907 1,009 +102
हरियाणा 762 836 +74
तमिलनाडु 897 954 +58
महाराष्ट्र 867 924 +57
सबसे ज्यादा गिरावट करने वाले राज्य
राज्य सर्वेक्षण (2005-06) सर्वेक्षण (2015-16) कमी
सिक्किम 984 809 -175
झारखंड 1,091 919 -172
अरुणाचल प्रदेश 1,071 920 -151
असम 1,033 929 -104
मिजोरम 1,025 946 -79
मणिपुर 1,014 962 -51