Kerala Gold Smuggling Case: NIA दफ्तर पहुंचे CM के पूर्व प्रधान सचिव, गोल्ड स्मगलिंग मामले में पूछताछ
एनआईए ने एम शिवशंकर को 24 जुलाई को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए कोच्चि कार्यालय में पेश होने को कहा था।
कोच्चि (केरल), एएनआइ। केरल सोना तस्करी मामले में जांच एजेंसियों का दायरा मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ बढ़ता जा रहा है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व प्रधान सचिव और आइटी विभाग के पूर्व सचिव एम. शिवशंकर कोच्चि में एनआईए के कार्यालय पहुंचे। हाई प्रोफाइल केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले में उनसे आगे की पूछताछ होगी।
इससे पहले भी एनआइए शिवशंकर से कई बार पूछताछ कर चुकी है। 23 जुलाई को राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की गई थी। जांच के अनुसार, सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी, स्वप्ना सुरेश और सरिथ पीएस के साथ शिवशंकर के निकट संबंध थे। जांच से यह भी पता चला कि शिवशंकर मामले के चौथे आरोपी संदीप नायर को भी जानते थे।
#KeralaGoldSmugglingCase: M Sivasankar, former Principal Secy of Kerala CM, is at National Investigation Agency (NIA) office in Kochi for interrogation.
NIA had issued notice to M Sivasankar on 24 July asking him to appear before NIA at Kochi office today for interrogation. pic.twitter.com/fsPEQlOmM4— ANI (@ANI) July 27, 2020
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से जब उनके पूर्व प्रमुख सचिव के एनआईए द्वारा पूछताछ किए जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि एनआईए मामले की ठीक से जांच कर रही है। मैंने पहले भी इस बारे में प्रतिक्रिया दी है और इसे दोहराने की कोई आवश्यकता नहीं है। एनआईए ने शुक्रवार को एक विशेष एनआईए अदालत को बताया था कि आरोपी स्वप्ना सुरेश के दो बैंक लॉकरों से लगभग 1 करोड़ रुपये नकद और 982.5 ग्राम सोने के गहने जब्त किए गए थे।
गौरतलब है कि इस मामले में अब तक सारिथ, स्वप्ना व संदीप समेत करीब 16 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सीमा शुल्क विभाग ने पांच जुलाई को करीब 15 करोड़ रुपये के 30 किलोग्राम सोने की तस्करी का पर्दाफाश किया था। सोना संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के महावाणिज्य दूत के नाम पर एयर कार्गो में छिपाकर भेजा गया था। तस्करी में आइटी विभाग कर्मी स्वप्ना का नाम आने और उससे संबंध जाहिर होने पर शिवशंकर को निलंबित किया जा चुका है। एनआइए ने कोर्ट को बताया है कि आरोपित भारी मात्रा में विदेश से सोना तस्करी के जरिये देश की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की साजिश रच रहे थे।