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Kerala Gold Smuggling Case: केरल CM पिनराई विजयन की बढ़ी मुश्किल, इस्तीफे की उठी मांग

सोना तस्करी मामले में केरल हाई कोर्ट से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व मुख्य सचिव एम शिवशंकर की बुधवार को अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जानें केस से जुड़ी जरुरी बातें।

By Pooja SinghEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 08:11 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 08:11 AM (IST)
Kerala Gold Smuggling Case: केरल CM पिनराई विजयन की बढ़ी मुश्किल, इस्तीफे की उठी मांग
केरल CM के पूर्व मुख्य सचिव गिरफ्तार, विपक्ष ने विजयन से मांगा इस्तीफा।

तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। सोना तस्करी मामले में केरल हाई कोर्ट से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व मुख्य सचिव एम शिवशंकर की बुधवार को अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने यह गिरफ्तारी तिरुअनंतपुरम आयुर्वेदिक अस्पताल से की है। शिवशंकर यहां अपना इलाज करा रहे थे। इस मामले में अब मुख्यमंत्री पर दबाव बढ़ गया है। विपक्ष उनसे इस्तीफे की मांग कर रहा है। आइएएस अफसर शिवशंकर की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट को ईडी की दलीलें सही लगीं। ईडी ने कोर्ट में इस मामले की मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश और उसके अकाउंटेंट वेणुगोपाल के बयानों को पेश किया था।

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कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि स्वप्ना सुरेश और उसके अकाउंटेंट के बयानों से स्पष्ट है कि इस मामले में शिवशंकर की भी संलिप्तता है। कोर्ट ने कहा कि शिवशंकर के निर्देश पर स्वप्ना सुरेश और वेणुगोपाल ने तिरुअनंतपुरम स्थित स्टेट बैंक में रुपये जमा करने के लिए लॉकर का आवंटन कराया।

इन दोनों के पास ही लॉकर खोलने का अधिकार था। हालांकि, शिवशंकर ने लॉकर में पैसे जमा करने से खुद को अलग रखा, लेकिन बातचीत से कुछ ऐसे संकेत मिले हैं कि शिवशंकर स्वप्ना सुरेश के वित्तीय प्रबंधन को देख रहे थे। कोर्ट ने शिवशंकर की उस दलील को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि वह तो सिर्फ सरकार का काम देख रहे थे। इस दौरान उन्हें यूएई वाणिज्य दूतावास में सचिव स्वप्ना सुरेश से बातचीत करने का अधिकार था। सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय का हवाला देते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता से जांच एजेंसी को पूछताछ करने का अधिकार है। अग्रिम जमानत देकर उसके इस अधिकार को समाप्त नहीं किया जा सकता।

यह याचिका समय से पहले दायर की गई है। वहीं, विपक्ष अब और हमलावर हो गया है। गिरफ्तारी के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को शिवशंकर का पक्ष लिए बिना ही अब तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्रन ने कहा कि शिवशंकर से पूछताछ के बाद सोना तस्करी मामले में और जानकारी सामने आएगी। इस बीच, राज्य के कानून मंत्री एके बालन ने कहा कि सरकार चाहती है कि सोना तस्करी मामले से जुड़े सभी आरोपित गिरफ्तार हों। इस मामले में जांच एजेंसियों की पूरी मदद की जा रही है।

यह है मामलापांच जुलाई को तिरुअनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने गुप्त सूचना के आधार पर यूएई से आया एक राजनयिक सामान पकड़ा था। विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की मौजूदगी में जब इसे खोला गया तो घरेलू इस्तेमाल के सामान के साथ 30 किलोग्राम सोना मिला। इस मामले के सामने आने के बाद मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश के साथ ही कई अन्य की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में आतंकी कनेक्शन भी सामने आ चुका है। इसकी जांच ईडी सहित कई जांच एजेंसियां कर रही हैं।


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