केरल में भारी बारिश का कहर जारी, अब तक 39 की मौत
राज्य के मल्लपपुरम, कोझीकोड, इडुक्की और वायनाड जिलों के कई स्थानों पर भूस्खलन होने की खबरें हैं। बाढ़ की वजह से करीब एक लाख लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने सैकड़ों राहत शिविरों में शरण ली है।
तिरुअनंतपुरम [प्रेट्र]। केरल के कई हिस्सों में सोमवार को भी भारी बारिश का कहर जारी रहा। भूस्खलन और बाढ़ जैसे हालात की वजह से लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं। राज्य में अब तक बारिश के कारण हुए हादसों में 39 लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य के मल्लपपुरम, कोझीकोड, इडुक्की और वायनाड जिलों के कई स्थानों पर भूस्खलन होने की खबरें हैं। बाढ़ की वजह से करीब एक लाख लोग बेघर हो गए हैं और उन्होंने सैकड़ों राहत शिविरों में शरण ली है। सिर्फ वायनाड जिले में ही 14,000 लोगों ने 124 राहत शिविरों में शरण ली है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में अभी और तेज बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। विभाग ने ताजा चेतावनी जारी कर मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। साथ ही तटीय इलाकों और लक्षद्वीप में 35 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान जताया है।
सेना लोगों की मदद में जुटी
दूरदराज के इलाकों से लोगों को निकालने, अस्थायी पुल बनाने और सड़कों की मरम्मत के काम में सेना 'ऑपरेशन सहयोग' के जरिये लगातार जुटी हुई है। मल्लपपुरम जिले में सेना के इंजीनियरों ने स्थानीय संसाधनों से 40 फीट लंबे पुल का निर्माण किया है जिसकी स्थानीय लोग काफी सराहना कर रहे हैं। इसी तरह, वायनाड जिले में सेना ने पेड़ों से अस्थायी पुल का निर्माण कर करीब 800 लोगों को बचाया।
कई बांधों के शटर खोले गए
इडुक्की बांध का जलस्तर 2,397.58 फीट तक घट जाने की वजह से एर्नाकुलम समेत निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया है। लेकिन पम्पा, अनाथोड, मूझीयार, कक्की और अन्य दो बांधों के शटर खोलने पड़े हैं। भारी बारिश के अनुमान के मद्देनजर पेरियार, भरतपुझा और कबिनि नदियों में जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई गई है।
अयप्पा मंदिर नहीं जाने की सलाह
त्रावनकोर देवासम बोर्ड ने श्रद्धालुओं को सबरीमाला पहाड़ी पर स्थित अयप्पा मंदिर नहीं जाने की सलाह दी है। वहीं, राज्य में 11 अगस्त को होने वाली लोकप्रिय स्नेक बोट रेस को स्थगित कर दिया गया है।
कृषि को 600 करोड़ का नुकसान
लगातार भारी बारिश की वजह से राज्य की कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। स्पाइस बोर्ड ने बताया कि इलायची और काली मिर्च की 35 से 40 फीसद फसलें खराब हो चुकी हैं। एसोसिएशन ऑफ प्लांटर्स ऑफ केरल के सचिव अजित बीके ने बताया कि चाय, कॉफी, इलायची और रबर उत्पादकों को अब तक करीब 600 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
70-80 फीसद होटल बुकिंग निरस्त
निपाह वायरस की वजह से केरल का पर्यटन व्यवसाय पहले से ही प्रभावित हो रहा था। अब भारी बारिश और बाढ़ ने उसकी हालत और पतली कर दी है। लोग लगातार अपनी होटल बुकिंग निरस्त करा रहे हैं। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट ईएम नजीब के मुताबिक, इडुक्की, मुन्नार और कुमरक्कम में 70-80 फीसद होटल बुकिंग निरस्त कराई जा चुकी हैं।