केरल में सामने आए कोरोना के लगभग आठ हजार नए मामले, एक्टिव केस 90 हजार से ज्यादा
केरल में फिलहाल कोरोना संक्रमण के 90 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के सात हजार 955 मामले सामने आए हैं और 57 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान 11 हजार 769 मरीज संक्रमण से ठीक हुए।
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में अभी भी कोरोना के सबसे ज्यादा मामले केरल में सामने आ रहे हैं। फिलहाल यहां के 90 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के सात हजार 955 मामले सामने आए हैं और 57 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान 11 हजार 769 मरीज संक्रमण से ठीक हुए। राज्य में एक्टिव केस 90 हजार 885 है। मरने वालो की कुल संख्या 26 हजार 791 है।
देश में कोरोना संक्रमण के नए मामले पिछले कुछ दिनों से 20 हजार से नीचे बने हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान भी करीब 16 हजार नए केस मिले हैं, जिनमें से लगभग नौ हजार केस अकेले केरल से रहे। इस दौरान 166 लोगों की मौत भी हुई है। इनमें से भी 67 मौतें केरल में ही हुई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार को सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक दिन में दो हजार से कुछ ज्यादा सक्रिय मामले कम हुए हैं। अब कुल 2,01,632 सक्रिय मामले रह गए हैं। मरीजों के उबरने की दर में लगातार सुधार हो रहा है और मृत्युदर पिछले कुछ दिनों से स्थिर बनी हुई है।मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना टीकाकरण पर दशहरा का असर देखने को मिला है। पिछले एक दिन में देश भर में कोरोना रोधी वैक्सीन की मात्र 8.36 लाख डोज ही लगाई जा सकी हैं। कुल टीकाकरण 97 करोड़ को पार कर गया है।
अगले हफ्ते 100 करोड़ पर पहुंच जाएगा टीकाकरण का आंकड़ा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि अगले हफ्ते कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ पर पहुंच जाएगा। गायक कैलाश खेर द्वारा लिखित कोविड गीत को जारी करते हुए उन्होंने यह बात कही। इस गीत के जरिये कोरोना टीकाकरण को लेकर भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक 70 प्रतिशत पात्र आबादी को पहला और 30 प्रतिशत को दोनों डोज लगा दी गई हैं।
शनिवार शाम 06:00 बजे तक किस राज्य में कितने टीके
महाराष्ट्र 4.80 लाख
उत्तर प्रदेश 3.63 लाख
राजस्थान 3.24 लाख
गुजरात 2.83 लाख
मध्य प्रदेश 1.12 लाख
दिल्ली 1.11 लाख
पंजाब 1.00 लाख
बिहार 0.83 लाख
हरियाणा 0.72 लाख
छत्तीसगढ़ 0.70 लाख
जम्मू-कश्मीर 0.47 लाख
झारखंड 0.35 लाख
हिमाचल 0.32 लाख
उत्तराखंड 0.26 लाख
(कोविन पोर्टल के आंकड़े)