कर्नाटक का रैगिंग मामला: पीड़िता की हालत गंभीर, केरल पुलिस कर रही छानबीन
नर्सिंग स्टूडेंट को रैगिंग के दौरान सीनियर छात्रों ने फिनायल पीने को मजबूर कर दिया, अब छात्रा की हालत गंभीर है, गुलबर्गा के एसपी से मिलकर केरल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोझीकोड। कर्नाटक नर्सिंग कॉलेज की छात्रा के साथ रैगिंग मामले में अब केरल पुलिस सक्रियता से जांच कर रही है और गुलबर्गा के एसपी से मुलाकात भी किया। गुलबर्गा में अल कमर कॉलेज ऑफ नर्सिंग स्क’ल में लोन लेकर पढ़ रही दिहाड़ी मजदूर की बेटी के साथ सीनियर्स ने रैगिंग के दौरान टॉयलेट क्लीनर पीने पर मजबूर कर दिया था। पहले प्रिंसिपल ने इस घटना की पुष्टि की बाद, रैगिंग के आरोपों को खारिज किया।
केरल की फर्स्ट इयर की छात्रा की हालत गंभीर है। कर्नाटक के अस्पताल में आइसीयू में एक हफ्ता भर्ती रहने के बाद उसे कोझीकोड मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया है, अभी भी हालत गंभीर है। पीड़िता की मां दिहाड़ी मजदूर है जिसने बेटी को पढ़ाने के लिए 3 लाख रुपये कर्ज लिया है। परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘वह कुछ खा नहीं सकती। उन्होंने हमारी बेटी के साथ ऐसा क्यों किया?’
पुलिस को दिए अपने बयान में उसने कहा कि पिछले पांच महीनों से उसे टार्चर किया जा रहा था। उसने कहा, ‘पिछले पांच माह से थर्ड इयर सीनियर्स के द्वारा मुझ मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने कहा मैं काली हूं और इसलिए मुझे कोई पसंद नहीं करता। वे हमेशा मेरे हाथ को उपर उठाने को मजबूर करते थे। जबर्दस्ती मेरा मुंह खोल टॉयलेट क्लीनिंग लोशन पीने को मजबूर कर दिया था।‘
डॉक्टरों का कहना है फिनायल पीने की वजह से छात्रा के आंतरिक अंग जल गए हैं। नर्सिंग स्कूल के प्रिंसिपल, डॉ. एस्थर ने इस घटना का कारण रैगिंग नहीं बताया है। उन्होंने कहा, ‘इसमें रैगिंग शामिल नहीं है। लड़की ने अपने पारिवारिक समस्या के कारण ऐसा किया।‘
रैगिंग से भयभीत छात्र ने DPS स्कूल से नाता तोड़ा
DPS नोएडा में रैगिंग, 2 छात्रों की रॉड और डंडों से पिटाई, परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
गुलबर्गा पुलिस ने इस केस की पड़ताल के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है।