कंगना ने आदित्य को लिया निशाने पर, कहा- फिल्म माफिया और ड्रग रैकेट का किया पर्दाफाश, ये सब हैं इनके करीबी
कंगना रनोट ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की मूल समस्या यह है कि मैंने फिल्म माफिया सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों और उसके ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र सरकार और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोट के बीच की जंग कम होने को नाम नहीं ले रही है। मुंबई से आज ही अपने गृहनगर मनाली पहुंचने के बाद अभिनेत्री कंगना रनोट ने एक बार फिर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे पर सवाल खड़े किए हैं।
एक ट्वीट के माध्यम से कंगना रनोट ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की मूल समस्या यह है कि मैंने फिल्म माफिया, सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों और उसके ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है। जो ये सब सीएम के प्यारे बेटे आदित्य ठाकरे के साथ हैं, यही मेरा सबसे बड़ा अपराध है। इसलिए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे मुझे सबक सिखाना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आइये देखते हैं कौन क्या फिक्स करता है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल से की थी मुलाकात
अपने कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद शिवसेना पर बरसने वाली कंगना रनोट ने रविवार को मुंबई में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। राज्यपाल से मिलने के बाद कंगना रनोट ने कहा था कि मैं कोई पॉलिटिशियन तो हूं नहीं। मैंने एक आम नागरिक के तौर पर राज्यपाल से मुलाकात की है। मैंने राज्यपाल से अपने साथ हुए अन्याय के बारे में बात की। मुझे उम्मीद है कि न्याय मिलेगा। इसके साथ ही कंगना ने कहा कि राजनीति से मेरा कोई लेना देना नहीं है। राज्यपाल ने बेटी की तरह मेरी बात सुनी और मुझे सहानुभूति दी। मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय मिलेगा।
सोनिया गांधी के चुप्पी पर भी उठाए थे सवाल
कंगना शिवसेना के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए हैं। इससे पहले अपने कार्यालय में हुई तोड़फोड़ से आक्रोशित कंगना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निशाने पर लिया था। कंगना ने ट्विटर पर लिखा था कि आदरणीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी, क्या एक महिला होने के नाते महाराष्ट्र में आपकी सरकार द्वारा मेरे साथ हो रहे बर्ताव पर आपको तकलीफ नहीं हुई? आप पश्चिम में पली-बढ़ी हैं। आप भारत में रहती हैं। आप महिलाओं के संघर्ष से अवगत होंगी। आपकी चुप्पी और उपेक्षा को इतिहास जज करेगा। आपकी खुद की सरकार महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है और कानून-व्यवस्था का मजाक बना रही है। मुझे उम्मीद है कि आप हस्तक्षेप करेंगी।