कांडा को कहीं से राहत नहीं, हवाई अड्डे भी अलर्ट
एयर होस्टेस गीतिका शर्मा खुदकुशी मामले में हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा को गुरुवार को दिल्ली की अदालत से कोई राहत नहीं मिल सकी। उनकी अग्रिम जमानत याचिका रोहिणी की अदालत ने ठुकरा दी। जबकि मामले में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार कांडा की सहयोगी अरुणा चढ्डा को अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उन्हें बुधवार शाम दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। एयर होस्टेस गीतिका शर्मा खुदकुशी मामले में हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा को गुरुवार को दिल्ली की अदालत से कोई राहत नहीं मिल सकी। उनकी अग्रिम जमानत याचिका रोहिणी की अदालत ने ठुकरा दी। जबकि मामले में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार कांडा की सहयोगी अरुणा चढ्डा को अदालत ने दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उन्हें बुधवार शाम दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
इस बीच कांडा की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस के छापे जारी हैं। पता चला है कि पुलिस ने कांडा को भागने का मौका न देने की नीयत से हवाई अड्डों को अलर्ट कर दिया है और देश के बाहर जाने वाले मार्गो पर चौकसी बढ़ा दी है।
एमडीएलआर एयरलाइंस के कर्मचारी मंदीप सिंह के सरकारी गवाह बनते ही दिल्ली पुलिस ने गीतिका खुदकुशी मामले में सक्रियता बढ़ा दी है। बुधवार शाम चार टीम गठित करके उन्हें कांडा के संभावित ठिकानों के लिए रवाना कर दिया गया। बुधवार रात कांडा के सिरसा स्थित महल सरीखे आवास के अतिरिक्त एमडीके इंटरनेशनल स्कूल में भी छापेमारी की गई। कांडा का अभी कोई सुराग नहीं मिला है। पता चला है कि आवास पर पुलिस को कोई परिजन नहीं मिला, वहां केवल चंद सुरक्षाकर्मियों ही पुलिस को मिले।
जांच में सहयोग नहीं कर रही अरुणा
मामले में गिरफ्तार अरुणा चढ्डा पर पुलिस ने जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया है। इसी के चलते अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट देवेंद्र कुमार जंगाला की अदालत ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर पुलिस को पूछताछ के लिए सौंपा।
38 कंपनियों के डायरेक्टर हैं कांडा
हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल काडा का देश-विदेश में सैकड़ों करोड़ रुपये का साम्राज्य है। यह प्रभावशाली राजनेता देश-विदेश की तीन दर्जन से अधिक अलग-अलग कंपनियों के डायरेक्टर है। ज्यादातर कंपनियों में वह करीब दस साल पहले डायरेक्टर बने और अभी तक बने हुए हैं। इनमें ज्यादातर कंपनियां एमडीएलआर के नाम से हैं, जो अलग-अलग कारोबार करती हैं।
गोपाल कांडा एमडीएलआर [मुरली धर लेख राम] ग्रुप के प्रबंध निदेशक हैं। मूल रूप से सिरसा के रहने वाले कांडा सात सिंतबर, 2005 को इस पद पर काबिज हुए। गुड़गांव में रीयल इस्टेट के कारोबार से कांडा ने अपनी प्रगति की उड़ान शुरू की। अपने राजनीतिक प्रभाव और धन का इस्तेमाल करते हुए कांडा ने ऐसी तरक्की की है कि आज वह 38 कंपनियों के निदेशक पद पर कार्य कर रहे हैं। पूर्व मंत्री गोपाल कांडा का सभी कंपनियों में गोपाल कुमार गोयल के नाम से इंद्राज है।
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