Madhya Pradesh: कमल नाथ के ओएसडी रहे कक्कड़ के करीबी पर एक साल बाद केस, कसेगा शिंकजा
बाघ और काले हिरण की ट्राफी रखने के मामले में आरोपित अश्विनी शर्मा पर एक साल बाद प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। बाघ और काले हिरण की ट्राफी रखने के मामले में आरोपित अश्विनी शर्मा पर एक साल बाद प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। इससे मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के ओएसडी एवं सलाहकार रहे प्रवीण कक्कड़ की मुश्किल बढ़ा दी है।
दरअसल, सरकार शर्मा के बहाने कक्कड़ पर निशाना साध रही है। इस मामले में जल्द ही आयकर विभाग भी कार्रवाई शुरू कर सकता है। शर्मा पूर्व पुलिस अधिकारी कक्कड़ के करीबी माने जाते हैं। यही कारण है कि वन विभाग को शर्मा के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने में एक साल से ज्यादा का समय लग गया। अब शर्मा से पूछताछ शुरू होगी, जिसमें नए तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
बाघ और काले हिरण की ट्राफी रखने पर अश्विन को नोटिस भी जारी
गौरतलब है कि आयकर विभाग की टीम ने आठ अप्रैल 2019 को अश्विनी शर्मा के फ्लैट पर छापा मारा था। कार्रवाई में शर्मा के घर से बड़ी मात्रा में नकदी मिली थी। हालांकि, पूछताछ में कक्कड़ ने शर्मा से नजदीकी से इन्कार कर दिया था और शर्मा ने भी खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताया था।
छापेमारी के दौरान शर्मा के घर से लग्जरी गाड़ियां और ऐश-ओ-आराम की वस्तुओं के साथ बाघ, काले हिरण, चीतल, चिंकारा सहित अन्य वन्यजीवों की ट्राफियां भी मिली थीं। मामले में वन विभाग ने कई बार शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन न तो शर्मा बयान देने गए और न वन विभाग ने प्रकरण दर्ज किया, लेकिन मध्य प्रदेश में सरकार बदलते ही प्रकरण फिर से खुल गया।
मार्च में वन बल प्रमुख ने शर्मा के खिलाफ वन अपराध पंजीबद्ध करने के निर्देश दिए थे और महज दो दिन बाद ही 20 मार्च को एसडीओ भोपाल वनमंडल ने अपराध दर्ज कर लिया। अब शर्मा को बयान देने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।