बाल शोषण के खिलाफ भारत यात्रा पर निकले कैलाश सत्यार्थी
इस यात्रा के दौरान सत्यार्थी बाल यौन शोषण और मानव तस्करी के खिलाफ जनमानस को तैयार करेंगे।
कन्याकुमारी, प्रेट्र। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने बाल शोषण के खिलाफ भारत यात्रा शुरू कर दी है। सोमवार को कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा कश्मीर होते हुए 16 अक्टूबर को नई दिल्ली में संपन्न होगी। इस यात्रा के दौरान सत्यार्थी बाल यौन शोषण और मानव तस्करी के खिलाफ जनमानस को तैयार करेंगे। स्वामी विवेकानंद के शिकागो (अमेरिका) के विश्व धर्म सम्मेलन में 11 सितंबर, 1893 को दिए गए ओजस्वी भाषण के 125वीं वर्षगांठ पर यह यात्रा शुरू हुई।
बच्चों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने के कारण 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने कन्याकुमारी स्थित प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल से अपनी भारत यात्रा की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा, 'बच्चों से दुष्कर्म एवं यौन शोषण की घटनाएं महामारी की तरह बढ़ रही हैं। यह देश के माथे पर कलंक है। अब हम और चुप नहीं रह सकते हैं।
हमारी चुप्पी से इस तरह की घटनाएं और बढ़ रही हैं। यही कारण है कि भारत यात्रा के रूप में बाल यौन शोषण, दुष्कर्म और मानव तस्करी के खिलाफ निर्णायक युद्ध की घोषणा की गई है।' सत्यार्थी ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए युवाओं से इस अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कैलाश सत्यार्थी की भारत यात्रा का समर्थन किया है। यात्रा के रवाना होने से पहले पीएम के संदेश को पढ़ा गया।
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