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देविंदर के बंगले के बड़े हिस्से को गिराने की तैयारी, सैन्य छावनी के साथ बन रहा है बंगला

सैन्य छावनी से सटा डीएसपी देविंदर सिंह का निर्माणाधीन बंगले के बड़े हिस्से को गिराने की प्रशासन ने तैयारी कर ली है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Thu, 16 Jan 2020 10:32 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jan 2020 10:32 PM (IST)
देविंदर के बंगले के बड़े हिस्से को गिराने की तैयारी, सैन्य छावनी के साथ बन रहा है बंगला
देविंदर के बंगले के बड़े हिस्से को गिराने की तैयारी, सैन्य छावनी के साथ बन रहा है बंगला

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकियों के साथ पकड़े गए डीएसपी देविंदर सिंह (DSP Devinder Singh) का बादामी बाग सैन्य छावनी से सटा निर्माणाधीन बंगला अब निशाने पर आ गया है। नियमों का उल्लंघन कर बनाए गए बंगले के बड़े हिस्से को गिराने की प्रशासन ने तैयारी कर ली है।

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वहीं कैंटोनमेंट बोर्ड आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर रहा है। संबंधित प्रशासन ने सैन्य छावनी के साथ दीवार बनाने पर चार पर कार्रवाई की थी। देविंदर सिंह ने बीते पांच माह के दौरान मकान की ऊपरी दो मंजिलों का निर्माण कराया है। 12 मरला जमीन पर निर्माणाधीन तीन मंजिला बंगले और सैन्य छावनी की चाहरदीवारी में तीन फुट की दूरी है। छावनी की सुरक्षा के लिए बनाया निगरानी बंकर दीवार के साथ ही है। सीसीटीवी कैमरा बंगले की छत के पास है।

सूत्रों ने बताया कि इंदिरानगर और शिवपोरा का इलाका बादामी बाग कैंट बोर्ड के अधीन आता है। दोनों कॉलोनियां में मकान बनाने के लिए न सिर्फ श्रीनगर नगर निगम की बल्कि बादामी बाग कैंटोनमेट बोर्ड की अनुमति लेना भी जरूरी है। कोई भी व्यक्ति आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा कर मकान बना सकता है, लेकिन जिस जगह देविंदर मकान बना रहा है, वहां आम आदमी मकान नहीं बना सकता। किसी भी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं दी जा सकती। पुलिस अधिकारी होने और विभिन्न आतंकरोधी अभियानों में निभाई भूमिका के चलते उसकी कई सैन्याधिकारियों के साथ मित्रता थी। इसलिए उसे यहां मकान बनाने की अनुमति मिली है।

उन्होंने बताया कि दे सिंह ने तीन साल पहले मकान बनाने का काम शुरू कराया था। उसने जब अनुमोदित निर्माण योजना का उल्लंघन कर मकान और सैन्य छावनी की बाहरी दीवार के बीच दूरी को नहीं रखा तो चार बार दीवार को गिराया गया। इसके अलावा उसके मकान की दूसरी मंजिल को लेकर एतराज जताया था। कई दिनों तक काम रुका रहा है। अलबत्ता, पांच अगस्त के बाद ही उसने अपने मकान की ऊपरी दो मंजिला को तेजी से तैयार कराया है, क्योंकि इस दौरान कश्मीर में सभी संबधित एजेंसियों का ध्यान हालात सामान्य बनाए रखने पर ही रहा है। बादामी बाग कैंटोनमेंट बोर्ड के अधिकारियों ने छह माह के दौरान एक बार भी उसके द्वारा किए जा रहे निर्माण को नहीं रोका है।

देविंदर के करीबी ने बताया कि सन्नतनगर में टेलीफोन एक्सचेंज के पास भी एक मकान बनवाया था। उसने यह मकान छह माह पहले बेचा था। उससे मिली रकम को उसने इसी मकान पर खर्च किया है। मकान में पेंट और फर्निशिंग बाकी रह गई थी, शेष काम पूरा हो चुका था। वह मार्च के दौरान मकान के बचे काम को पूरा कराने जा रहा था। देविंदर के निर्माणाधीन मकान से कुछ दूरी पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के बड़े अधिकारी के मकान का निर्माण हो रहा है। उसकी बाहरी दीवार को भी कुछ समय पहले बोर्ड के अधिकारियों ने नियमों के उल्लंघन पर गिराया था। बाद में वह दीवार फिर खड़ी हो गई।

 अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी

बादामी बाग कैंटोनमेंट बोर्ड से जुड़े लोगों के मुताबिक, देविंदर सिंह द्वारा किए अवैध निर्माण को जल्द गिराया जाएगा। आवश्यक औपचारिकताओं को जल्द पूरा कर कार्रवाई की जाएगी। उसे इस निर्माण की अनुमति देने में लिप्त अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। अलबत्ता, इस संदर्भ में जब कैंटोनमेंट बोर्ड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर से उनके फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो वह उपलब्ध नहीं हो पाए।


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