झारखंड के दंपत्ती को वापसी के लिए मिली हवाई टिकट, पत्नी को परीक्षा दिलाने 12,00 KM चलाई थी स्कूटी
मप्र में परीक्षा देने के लिए 1200 किलोमीटर दूर जाने वाले झारखंड दंपती की वापसी अब हवाई यात्रा से होगी।
मध्य प्रदेश, एएनआइ। मध्य प्रदेश में परीक्षा देने के लिए पहुंचे एक दंपति को अब अपने घर वापसी के लिए हवाई टिकट मिल गई है। अपनी गर्भवती पत्नी को परीक्षा दिलाने के लिए 12,00 किलोमीटर स्कूटी चला कर ग्वालियर पहुंच थे।
इससे पहले भी उनकी मदद के लिए काफी संख्या में लोग मदद को सामने आए थे। अब एक कॉर्पोरेट दिग्गज ने उन्हें झारखंड तक पहुंचने के लिए उनकी वापसी की यात्रा के लिए हवाई टिकट की पेशकश की है।
11 सितंबर को दोपहिया वाहन से पहुंचे थे ग्वालियर
धनंजय और उनकी पत्नी सोनी, 11 सितंबर को डीएड परीक्षा के लिए ग्वालियर पहुंचे थे। गर्भवती पत्नी को परीक्षा दिलाने के लिए 12,00 किलोमीटर स्कूटी चला कर ग्वालियर पहुंच थे।
अडानी फाउंडेशन ने की मदद
अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रीति अदानी ने कहा, "धनंजय और सोनी की मैराथन यात्रा काफी आशावादी है। हम गोड्डा में उनकी आरामदायक वापसी यात्रा की व्यवस्था करने के लिए विनम्र हैं और स्थानीय मीडिया के शुक्रगुजार हैं कि वह उनकी स्टोरी को लाइमलाइट में लेकर आए'।
धनंजय ने जताया धन्यवाद
वहीं धनंजय ने कहा, "हमने अपने जीवन में कभी भी विमान से यात्रा नहीं की है। हमारी मदद के लिए मैं अडानी फाउंडेशन को धन्यवाद देता हैं। साथ हमारी कहानी को कवर करने के लिए मीडिया को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।"“मैं एक शिक्षक बनना चाहता हूं और शिक्षा में डिप्लोमा का कर रहा हूं'।
केंद्रीय मंत्री तोमर की ओर से भी प्रस्ताव
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के कार्यालय द्वारा व्यवहारिक ढंग से दंपती को घर तक पहुंचाने की पेशकश की गई थी। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने भी मांझी दंपती को विमान या निजी चार पहिया वाहन से उनके घर तक पहुंचाने की बात कही है। साथ ही जब तक ग्वालियर में हैं तब तक दोनों समय का खाना उपलब्ध कराने की बात भी कही है। झारखंड हृयूमेनिटी फाउंडेशन (जेएचएफ) ने दंपती के लिए पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।